सीओ, एसीओ और चकबंदी लेखपाल के खिलाफ मुकदमा
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सीओ, एसीओ और चकबंदी लेखपाल के खिलाफ मुकदमा
लेखपाल की पत्नी ने कराया केस, सुसाइड नोट में फांसी लगाने से पहले लिखे इन तीनों के नाम
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट प्रयागराज
प्रतापगढ़ में तैनात लेखपाल ने प्रयागराज के नैनी में फांसी लगा ली। इस मामले मे प्रतापगढ़ के चकबंदी सीओ, एसीओ और लेखपाल पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा नैनी पुलिस ने दर्ज कर लिया है। मृतक लेखपाल की पत्नी ने थाना पुलिस को तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। आरोप है। कि मरने से पहले उनके लेखपाल पति ने दफ्तर के अधिकारी कर्मचारी पर प्रताड़ित करने की बात सुसाइड नोट मे लिखी थी। जिसे उन्होंने पुलिस को कार्रवाई के लिए सौंप दिया है। प्रयागराज नैनी के रहने वाले विजय गौड़ प्रतापगढ़ सदर तहसील के चकबंदी दफ्तर मे बतौर लेखपाल तैनात थे। विजय गौड़ का शव मंगलवार को उसके घर के कमरे से थाना नैनी पुलिस ने परिवार की सूचना पर बरामद किया। विजय गौड़ ने ख़ुदकुशी कर अपनी जान दी थी। पुलिस को शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमे मृतक ने अपनी मौत का जिम्मेदार चकबंदी लेखपाल अनुज सिंह, सहायक चकबंदी अधिकारी नन्द लाल पटेल, व चकबंदी अधिकारी ओमकार नाथ सिंह को बताया। पत्नी रेखा गौड़ के मुताबिक उनके पति/ 23 /मार्च को जब वह आफिस से घर लौटे तो काफी परेशान थे।/ 24/ मार्च को वह दफ्तर नहीं गए। उन्हें लगा तबीयत ठीक नहीं होगी। 24 /मार्च को वह खाना खाकर ऊपर के कमरे मे सोने चले गए। सुबह कमरे से वह बाहर नहीं निकले। करीब 11 बजे के बाद भी कमरे से बाहर नहीं आने पर दरवाजा खोला तो उनकी लाश छत से लटक रही थी। -सुसाइड नोट मे बताए जिम्मेदार- रेखा गौड़ के मुताबिक, उसके पति शांत स्वभाव के थे। मरने से पहले उन्होने अपनी परेशानी को कागज के एक टुकड़े पर लिखा। लेटर डीएम को संबोधित है। जिसमे लिखा है….. “प्रार्थी विजय कुमार गौड़ चकबंदी अधिकारी ओमकारनाथ सिंह के बाद सहायक चकबंदी अधिकारी नन्द लाल पटेल के उत्पीड़न से अत्महत्या कर रहा है। जिसमे अनुज सिंह चकबंदी लेखापाल का महत्वपूर्ण रोल रहा है। इसके जिम्मेदार तीनों व्यक्ति बराबर रहेंगे।”