जनपद वाराणसी काशी के महाशमशान मणिकर्णिका घाट पर रखी लकड़ियों में लगी भीषण आग 3 घंटे की बड़ी मशक्कत के बाद बुझा दी गई ।

जनपद वाराणसी काशी के महाशमशान मणिकर्णिका घाट पर रखी लकड़ियों में लगी भीषण आग 3 घंटे की बड़ी मशक्कत के बाद बुझा दी गई । गुरुवार शाम करीब 4:30 बजे लगी आग। लगातार हवा के चलते बढ़ती जा रही थी ।काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम भी आग बुझाने में असफल रही। जिससे बाद 3पोटॆवल पंपस की मदद से आग पर काबू पाया गया। सी एम ओ अनिमेश ने बताया कि पोर्टेबल पंपस को गंगा में इंस्टाल कर दो लाइन खोलकर आग पर काबू पाया गया। हवा की दिशा उल्टी होने की वजह से आग की लपटे बढ़ती जा रही थी। प्राथमिक दृष्टि से ये समझ आया कि चिंता की मांग लगी थी। बताया कि अभी भी लकड़ी या गर्म है। जिस पानी से ढक दिया जा रहा है गलियां इतनी सकरी है कि यहां पहुंचना ही सबसे मुश्किल टास्क है। पोर्टेबल पंपस को काशी विश्वनाथ की गेट नंबर 4 से 10 लोग की मदद से घाट पर लाया गया। तब जाकर उन्हें इंस्टाल किया गया। एसीपी दशाश्वमेध और एसएचओ चौक ने पूरी जगह को खाली करवा दिया। था घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। लकड़ी व्यापारी विजय गुप्ता ने बताया कि आग लगभग 3, 4 लाख का माल जलकर खाक हो गया। चिंता में लगी आग से चिता चिरागी और उलटी दिशा में वह रही हवा से चलते यह आग लगी है। फिलहाल घंटों की मशक्कत के बाद टीम ने आग पर काबू पा लिया है। सा0 संपादक संदीप कुमार