सर्प काटने से मरने का कारण
1 min readमहराजगंज,किसी जहरीले साँप के काटे जाने पर संयम रखना चाहिये ताकि ह्रदय गति तेज न हाे। साँप के काटे जाने पर जहर सीधे खून में पहुँच कर रक्त कणिकाआे काे नष्ट करना प्रारम्भ कर देते है, ह्रदय गति तेज हाेने पर जहर तुरन्त ही रक्त के माध्यम से ह्रदय में पहुँच कर उसे नुक़सान पहुँचा सकता है।जहर के मिलने से पहले खून लिक्विड स्टेट में था, लेकिन जैसे ही इसके अंदर जहर मिला, खून जम गया। जब सांप इंसान को काटता है, तो इंसानों की बॉडी का खून ऐसे ही जम जाता है, जिससे उसकी मौत हो जाती है।आस पास के ऊतकों को खतम कर देते हैं। मस्तिष्क विषों से दिल और श्वसन तंत्र के दिमागी केन्द्रों पर असर करते है। इससे जल्दही मृत्यु हो जाती है। इसी तरह से हृदय के रुक जाने से तुरंत मृत्यु हो जाती है।अगर सांप काट ले और उसका जगह शरीर में फैल रहा है तो उल्टी आना, अकड़न, कंपकंपी, एलर्जी, पलकों का गिरना, घाव के चारों तरफ सूजन, जलन, लाल होना, त्वचा का रंग बदलना, दस्त, बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, और जी मिचलाना जैसे लक्षण दिखते हैं।कुछ सांप के काटने पर ब्लड पर असर होता है कुछ के काटने पर नर्वस पर। – जहां सांप ने काटा है, उसे जगह को कपड़े सा हल्का सा बांध लेना चाहिए। जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डेढ़ से दो घंटे में जहर पूरी बॉडी में फैल सकता है।
क्राइम ब्यूरो महराजगंज AIN भारत NEWS कैलाश सिंह