बालोतरा नगर परिषद में शहर का विकास तो हुआ नहीं है केवल अपने खुद के विकास किया गया
बालोतरा नगर परिषद में शहर का विकास तो हुआ नहीं है केवल अपने खुद के विकास किया गया कांग्रेस की सरकार में 4 साल तक विधायक महोदय की सभापति खास थी उसे टाइम सभापति गलत नहीं थी हम तो उसे टाइम से ही कह रहे थे कि यह सभापति गलत है परंतु प्रतिपक्ष नेता भी मीडिया के सामने कह रहे थे कि हमने कांजी हाउस की टाइम भी सभापति को बसाई गई सभापति को बसाने का आपका क्या मतलब था यह पब्लिक के सामने आपको बताना पड़ेगा पैसे वाली थी या नहीं थी वह तो भगवान जाने अब आपने इसको पैसे वाली कर दी है इसका खोटा कर्म का पैसा आप लोगों के पास में भी आया होगा गायों का पैसा खाने वाला कभी आज दिन तक सुखी नहीं हुआ है हंसते-हंसते खाया होगा परंतु रोते-रोते चुकाना पड़ेगा नगर परिषद का जितने भी पैसा खाया है वह भगत भी रहे हैं हमने भी ऐसे तीन चार सभापति तो देख लिए हैं जैसा करेगा वैसा भरना ही पड़ेगा बालोतरा की पब्लिक के सामने रोज का देख ही रहे हैं कैसे पैसा वसूला जाता है