वानिकी उपक्रमों से होगा नदी पुनरुद्धार : कंचन देवी
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वानिकी उपक्रमों से होगा नदी पुनरुद्धार : कंचन देवी
भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद के निर्देशन में पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केन्द्र, प्रयागराज द्वारा महाकुम्भ-2025 में चल रहे प्रकृति महाकुम्भ – पर्यावरण एवं वानिकी चेतना शिविर में वृक्षारोपण के माध्यम से नदी पुनरुद्धार एवं पर्यावरण सुधार विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की मुख्य अतिथि कंचन देवी, महानिदेशक, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद एवं कुलाधिपति वन अनुसंधान संस्थान समविश्वविद्यालय, देहरादून द्वारा नदी पुनरुद्धार एवं पर्यावरण सुधार हेतु परिषद द्वारा देश भर की 14 प्रमुख नदियों को पुनर्जीवित करने के उपक्रमों के सम्बन्ध में विस्तृत व्याख्यान दिया। साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के पुनरुद्धार पर प्रयागराज केन्द्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। केन्द्र प्रमुख डॉ. संजय सिंह ने नदी पुनरुद्धार एवं पर्यावरण सुधार में वानिकी की भूमिका पर चर्चा करते हुए बताया कि वन और नदी पारिस्थितिकी तंत्र एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। वनों के संरक्षण एवं वन क्षेत्र बढ़ाने से नदियों की स्वच्छता एवं अविरलता सुनिश्चित होती है। शिविर समन्वयक एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक आलोक यादव द्वारा महानिदेशक एवं उपस्थित गणमान्य अतिथियों को स्थापित प्रदर्शनी का भ्रमण कराया। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनीता तोमर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। उक्त आयोजित संगोष्ठी में लगभग 50 वैज्ञानिक एवं पर्यावरणविद सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनुभा श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
