मनकामेश्वर धाम में सावन के दूसरे सोमवार पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ : श्रद्धालुओं का आना शुरू, मंदिर में दिखा अद्भुत नजारा
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मनकामेश्वर धाम में सावन के दूसरे सोमवार पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ : श्रद्धालुओं का आना शुरू, मंदिर में दिखा अद्भुत नजारा
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो चीफ सतीश द्विवेदी प्रयागराज
लालापुर/प्रयागराज । लालापुर स्थिति मनकामेश्वर धाम में श्रावण मास के दूसरे सोमवार को प्रयागराज से लगभग 45 किलोमीटर दूर लालापुर स्थित मनकामेश्वर धाम में आस्था का नजारा देखने को मिला । शिवभक्तों की अपार भीड़ मंदिर प्रांगण में उमड़ पड़ी । भक्तों ने बेलपत्र, गंगाजल, गाय का दूध, शहद, दही, फूल – माला और धूप-दीप से भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया । सुबह से लेकर देर रात तक मंदिर में हर-हर महादेव और ओम नमः शिवाय की गूंज सुनाई देती रही । सूर्योदय के पहले से ही मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्तों की लंबी कतारें लगने लगी थीं । महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुज़ुर्ग सभी की आंखों में आस्था की चमक थी । सिर पर कलश, कांवर और पूजन सामग्री लेकर भक्तजन ‘बोल बम’ के जयकारों के साथ मंदिर की ओर बढ़ते नजर आए । मनकामेश्वर मंदिर के पुजारी ने बताया कि श्रावण के सोमवार को शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है । लोग भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने, जलाभिषेक करने और व्रत रखने के लिए मंदिरों में जाते हैं श्रावण का महीना भगवान शिव को समर्पित है और सोमवार का दिन भगवान शिव का प्रिय दिन माना जाता है । इस लिए, श्रावण के सोमवार को शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ होती है । इस दिन, भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार की पूजा-अर्चना करते हैं, जैसे कि जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, बेलपत्र, फूल, फल और अन्य सामग्री अर्पित करना ।
इसके अलावा, कई भक्त श्रावण के सोमवार को व्रत भी रखते हैं।इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं, जो भक्तों के लिए विशेष फलदायी माने जाते हैं। इसके साथ ही, दो प्रदोष व्रत भी पड़ रहे हैं, जिससे शिव भक्ति का महत्व और भी बढ़ गया है ।
सतर्क रही लालापुर पुलिस
भारी भीड़ के बावजूद व्यवस्था चाक-चौबंद रही । लालापुर थाना प्रभारी अजय कुमार मिश्रा खुद सूर्योदय के पहले से ही टीम सहित मंदिर परिसर में मौजूद रहे । भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक, लाइन प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा गया । जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी, जलपान और प्राथमिक चिकित्सा की भी व्यवस्था की गई थी । वहीं, स्थानीय ग्राम प्रधान शंकरलाल पाण्डेय ने बताया, “हम हर सोमवार को यहां दर्शन करने आते हैं लेकिन आज का अनुभव अविस्मरणीय है। लगता है भोलेनाथ खुद अपने नंदी के साथ भक्तों का स्वागत कर रहे हैं।”