स्वास्थ्य केंद्र निचलौल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही समय से अपने चेंबर में नहीं बैठते डॉक्टर चिकित्सा सुविधा राम भरोसे।
1 min read
स्वास्थ्य केंद्र निचलौल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही समय से अपने चेंबर में नहीं बैठते डॉक्टर चिकित्सा सुविधा राम भरोसे।
AIN भारत न्यूज़ मंडल प्रभारी गोरखपुर नागेश्वर चौधरी
महाराजगंज जनपद में सरकारी बड़े अस्पताल हों या स्वास्थ्य केंद्र, डॉक्टर ही रहते हैं नदारत
निचलौल के स्वास्थ्य केंद्रों का सबसे बुरा हाल है। कारण मरीज जब इन स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचते हैं तो डॉक्टर ही नहीं मिलते। ऐसे में वे निजी क्लीनिक में मनमानी फीस दे कर इलाज कराने को मजबूर होते हैं क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में व्यवस्थाएं राम भरोसे चल रही हैं। अस्पताल में उचित दूरी के नियम से लेकर मरीजों को बैठने तक की सुविधा नहीं मिल पा रही है। मरीज उचित दूरी का नियम तो दूर मास्क पहनने से भी परहेज कर रहे हैं। इन सबकी देखरेख के लिए अस्पताल प्रबंधन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है।लेकिन लोगों का कहना है कि सरकार चिकित्सा सुविधा मुहैया करा सकती है पर जब तक डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित नहीं होगी तब तक हालात में सुधार नहीं होने वाला
वैसे निचलौल चिकित्साल में डाक्टरों की कमी नही है। लेकिन डाक्टरों के मनमाने रवैये के चलते मरीजों को संकट झेलना पड़ रहा है। आलम यह कि निचलौल चिकित्साल में तैनात डॉक्टर समय से नही बैठते हैं और समय पहले ही ओपीडी से निकल जाते है। चाहे अस्पताल में मरीजों की कितनी भी भीड़ हो। मध्याह्न भोजन काल से पूर्व उनका अस्पताल से बाहर होना तय है। वहीं शाम की ओपीडी तो मजह कहने भर को है जबकि शासन की व्यवस्था के तहत शाम को एक घंटे ओपीडी चलनी है। लेकिन यह व्यवस्था महज कागजों में सिमटी नजर आती है। अवकाश दिवस को तो इन अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा स्वप्न सरीखा ही है
इस अस्पताल से मायूस लौटने वाले कुछ मरीज नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं कि सुबह समय से नहीं बैठते हैं डॉक्टर और दोपहर के बाद डॉक्टर समय से पहले ओपीडी से निकलने लगते है और डेढ़ बजते बजते अस्पताल डॉक्टरों से खाली हो जाता है जिससे मरीजों को काफी कठिनाइयों झेलना पड़ता है ऐसे ही भ्रष्ट डॉक्टरों के विरुद्ध जांचकर उचित कार्रवाई होनी चाहिए