जिम्मेदार हुक्मरान बेसिक शिक्षा अधिकारी, स्थानीय विधायक पड़े बीमार

बिना मिलावटी चश्मे के लूट की चाशनी बनी कैसे…??
जिम्मेदार हुक्मरान बेसिक शिक्षा अधिकारी, स्थानीय विधायक पड़े बीमार
कृष्णा पंडित की कलम से
चंदौली का कोटेदार डकार गया तीन महीने का मिड डे मील बच्चों का राशन
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी चाहे कितनी कोशिश क्यों ना कर ले सरकारी दामाद अपनी लूट घसोट से बाज नहीं आ रहे कुछ दिन पूर्व मिर्जापुर जिले में नून रोटी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद प्रशासनिक विभाग में हड़कंप मच गया था ! जिलाधिकारी द्वारा जांच के बाद जिम्मेदार हुक्मरानों को सिर्फ मात्र खानापूर्ति भर करवाई किया गया यदि उसी वक्त ठोस कदम उठाते हुए उनको सलाखों के पीछे धकेल दिया जाता तो पूरे समाज में एक मैसेज आता कि यदि इस तरह बच्चों की दी जा रही मिड डे मील राशन कोई डकारना चाहे तो उसकी रूह कांप जाए और दोबारा ऐसी वह हरकत ना कर सके ! लचर कानून व्यवस्था लाखों की अंधी कमाई मिलावट की काली फिल्म के चश्मे के साथ जिम्मेदार हुक्मरानों ने कानून व्यवस्था और जिम्मेदारी को सांठगांठ रूपी तिजोरी का हिस्सा बना दिया है !
जिला चंदौली में कोटेदार द्वारा बच्चों का मिड डे मिल का राशन 3 महीने का नहीं दिया गया ,जिसकी कीमत लगभग 3.6 लाख है कोटेदार बच्चों का राशन बेच खाया !
मामला जिला चंदौली के मंगलविद्या मंदिर गांव – इलिया ब्लॉक – सहाबगंज का है प्रधानाचार्य ने लिखित शिकायत कर बेसिक शिक्षा अधिकारी को इस बाबत जानकारी दी और जब यह पता चला कि राशन कोटेदार को दिया जा चुका है तब प्रधानाचार्य जी भी हरकत में आए और जिम्मेदारों से शिकायत की !
अब देखना होगा कि यह मामला मीडिया में चलने के बाद सिर्फ कोटेदार का लाइसेंस निरस्त किया जाता है या फिर जांच के नाम पर वसूली कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है जबकि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचारी को सलाखों पीछे धकेल देना चाहिए जिससे इस तरह की घटना को अंजाम देने के बारे में कोई सोच भी ना सके !