खदान में डूबे युवक का शव 24 घंटे बाद मिला,परिजनों ने लगाया आरोप
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खदान में डूबे युवक का शव 24 घंटे बाद मिला,परिजनों ने लगाया आरोप
संजीत कुमार की खास रिपोर्ट लालापुर प्रयागराज
लालापुर – प्रयागराज।।बारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा रूम में उस समय एक परिवार के लिए होली की खुशियां मातम में बदल गई, जब अबीर-गुलाल के साथ होली खेलने के बाद गाँव के बगल में स्थित गहरी खदान में नहाने गए श्यामबाबू आदिवासी उर्फ जंगली (32वर्ष) पुत्र स्व० छेदीलाल अचानक पानी की गहराई में डूबने लगा।आसपास के मौजूद लोगों ने उसे बचाने का भी प्रयास किया, लेकिन सब असफल रहे।जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया और ग्रामीणों को सूचित किया।ग्रामीणों ने घटना की जानकारी बारा पुलिस को भी दी।मौके पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ और गोताखोरों की मदद से डूबे व्यक्ति को तलाशने का काम शुरू किया गया, लेकिन देर शाम तक निराशा हाथ लगी।अगले दिन एसडीआरएफ और गोताखोरों ने फिर तलाशी अभियान चलाया।लेकिन डेढ़-दो घंटे की मशक्कत के बाद भी कोई पता नहीं चला। अंत में छतरगढ़ से बुलाये गए गोताखोरों ने देशी तकनीक की मदद से बमुश्किल 10-15 मिनट में शव को निकाल लिया।शव को देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया।मृत की पत्नी कलावती बेसुध हो गई थी।मृतक श्यामबाबू के दादा बब्बू आदिवासी ने बताया कि मेरा भतीजा गाँव के ही दिल्लू आदिवासी और उसके चाचा के लड़के के कहने पर अपनी पत्नी और बेटी के साथ शहर काम करने गया था।श्यामबाबू राजमिस्त्री था,वह जोड़ाई करता था और उसकी पत्नी, बेटी मजदूरी करते थे।होली के दो दिन पहले दिल्लू और उसके चाचा का लड़का वहां से पैसे पाने के बाद रात में ही घर भाग गए।सुबह होने पर दिल्लू की तलाश में पत्नी, बेटी सहित श्यामबाबू भी अपने गाँव रूम आ गए।होली के त्यौहार पर पैसे लेने के लिए श्यामबाबू और उसकी पत्नी दिल्लू के घर गए थे।दिल्लू ने कहा कल पैसे ले लेना।अगले दिन फिर जाने पर पैसे तो नहीं दिया, लेकिन कुछ वाद-विवाद हुआ।जिसके चलते श्यामबाबू टेंशन में आ गया।घर आकर नहाने-धोने के बाद खाना खाकर लोगों से अबीर-गुलाल से भेंट करने के बाद खदान की ओर चला आया।खदान पर पहले से मौजूद रामबाबू निवासी कोहड़िया ने बताया कि जैसे ही वह खदान से नहाकर वापस लौट रहे थे, वैसे ही श्यामबाबू ने कपड़े उतारकर खदान में छलांग लगाई।कुछ देर बाद ही वह डूबने लगा।जब तक वे लोग उसे बचा पाते,वह गहरे पानी में समा गया।