सीमावर्ती क्षेत्रो मे पुलिस और तस्करो के मिलीभगत से तस्करी फलफूल रहा है अन्य सुरक्षा एंजेसिया पकड़ने मे फेल।

सीमावर्ती क्षेत्रो मे पुलिस और तस्करो के मिलीभगत से तस्करी फलफूल रहा है अन्य सुरक्षा एंजेसिया पकड़ने मे फेल।
सीमावर्ती तस्करों को पकड़ना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को।
सीमावर्ती थाना क्षेत्र आए दिन हो रहे हैं जबरदस्त तस्करी से किसान काफी परेशान नजर आ रहे हैं ऐसे में किसानों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत उर्वरक खाद की हो चुकी है जो कि तस्करों की वजह से खाद का दाम ऊंचाइयों को छू रहा है आपको बताते चलें कि जनपद महराजगंज के नौतनवा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत पढ़ने वाले सोनौली थाना क्षेत्र के 2 पुलिस चौकियां खनुआ तथा भगवानपुर बॉर्डर से आए दिन भारी मात्रा में खाद की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है ऐसे में संबंधित बॉर्डर पर तैनात पुलिस कर्मियों के द्वारा तस्करों पर नकेल नहीं कस पा रही है आपको बताते चलें कि जनता के द्वारा रात की लाइट कटने को लेकर तस्करी की तार जोड़ते हुए नजर आ रही है ऐसे में जनता के द्वारा कहा जा रहा है कि ठंड के मौसम में इतनी लाइट कभी नहीं कटी है और अगर यह लाइट कट रही है तो धुआंधार तस्करी को लेकर काटी जा रही हैं।
अब सवाल यह उठता है कि क्या सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में तस्करी को क्या स्थानीय पुलिस रोक पाएगी या फिर नहीं।
अगर सूत्रों की माने तो सीमावर्ती थाना क्षेत्र के दोनों पुलिस चौकियों के अंतर्गत आने वाले गांव में से करीब 1 दिन में एक ट्रक उर्वरक की तस्करी को तस्करों के द्वारा अंजाम दिया जाता है ऐसे में जहां पर खाद की बिक्री ₹260 से लेकर ₹280 के अंदर होने चाहिए वही खाद व्यापारियों के द्वारा खाद का दाम ₹320 से लेकर ₹350 में धड़ल्ले से यूरिया खाद बेचे जा रहे हैं। ऐसे में किसान अपने खून पसीने की कमाई को तस्करों की वजह से ₹70 ₹80 प्रति बोरे पर मजबूरी में देकर अपनी फसल को बचा रहा है अगर ऐसा ही चलता रहा तो किसान आत्महत्या के कगार पर पहुंच जाएगा।
अगर हम बात करे सीमावर्ती पुलिस चौकी भगवानपुर की तो परसा मलिक थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अहिरौली से सटे बॉर्डर एरिया पगडंडी रास्ते से करीब 1 दिन में 200 से 300 बोरा यूरिया खाद की तस्करी तस्कर के द्वारा की जाती है ऐसे में सुरक्षा एजेंसी या हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।