प्रयागराज में आईसीएआर-सिफरी और एनजीबी (डीयू) द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
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प्रयागराज में आईसीएआर-सिफरी और एनजीबी (डीयू) द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
आईसीएआर-सिफरी और एनजीबी (डीयू), प्रयागराज उत्तर प्रदेश द्वारा संयुक्त रूप से 25 से 26 फरवरी, 2023 तक “गंगा बेसिन (नीड-2023) के विशेष संदर्भ में पारिस्थितिकी बनाम आर्थिक विकास” पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई । संगोष्ठी में गंगा नदी की जलीय जैव विविधता को बनाए रखने तथा इससे होने वाले आर्थिकी के बीच संतुलन बनाने पर विचार विमर्श किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. धर्म नाथ झा, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं एचओसी के स्वागत भाषण से हुआ। प्रो. आर.एस. वर्मा, निदेशक, एमएनआईटी और आईआईआईटी, प्रयागराज इस अवसर के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने आणविक जीव विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला और उस क्षेत्र में अपने अनुभव साझा किए। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य लोगों में डॉ. एस.सी. तिवारी, प्रो वाइस चांसलर, एनजीबी (डीयू) से बीएआरसी परियोजना के साथ गंगा नदी में नेहरू ग्राम भारती के काम के बारे में बताया और डॉ. दिलीप कुमार, सलाहकार (एफएओ) और पूर्व कुलपति डॉ. दिलीप कुमार आईसीएआर-सीआईएफई, मुंबई ने बताया कि संगोष्ठी के लिए तय किया गया विषय बहुत महत्वपूर्ण और अनूठा है और संगोष्ठी के प्रति समग्र संतुष्टि व्यक्त की। डॉ. के.डी. जोशी, आईसीएआर-सिफरी के पूर्व प्रमुख, प्रो. पी. नौटियाल ने भी संगोष्ठी के बारे में अपने विचार साझा किए।
संगोष्ठी के दौरान, कई प्रतिभागियों द्वारा कुल 141 मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों के माध्यम से “पारिस्थितिकी बनाम आर्थिक विकास” के विभिन्न पहलुओं में गहन ज्ञान प्रदान किया गया। डॉ. ए. आलम, वरिष्ठ वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सिफरी, प्रयागराज द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।