बालोतरा जिला बनने के बाद क्षेत्र में विकास को नया रूप देने को लेकर दी आहुतियां महागौरी की आराधना के साथ पूर्णाहुति पर जयकारों से गूंजा मंदिर परिसर
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महागौरी की आराधना के साथ पूर्णाहुति पर जयकारों से गूंजा मंदिर परिसर
AINभारतNEWS से राजस्थान स्टेट ब्यूरो अशरफ मारोठी की खास खबर
जसोल- पश्चिमी राजस्थान के जसोल धाम में स्थित शक्तिपीठ में नवरात्रि के महापर्व पर चल रहे धार्मिक अनुष्ठान के वैदिक मंत्रों की गूंज से वातावरण भक्तिमय बना हुआ हैं। बुधवार को शक्ति उपासना के पर्व चैत्र नवरात्रि पर धार्मिक अनुष्ठान के तहत माता महागौरी की आराधना की गई। मन्दिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने कहा कि पिछले कई वर्षों से नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि व गुप्त नवरात्रि पर जसोल धाम में माता की आराधना की जा रही है। जसोल धाम उन शक्ति पीठों में शामिल है जहां चारों नवरात्रों में पूजन व हवन किया जाता है जिसका उद्देश्य जसोल माँ के भक्तों के जीवन मे खुशहाली आए। माता उनके जीवन मे अंधकार को हटाते हुए प्रकाश रूपी उजाला करते हुए खुशी से घर को हरा भरा कर दे। संस्थान की ओर से माता राणीं के भक्तों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है। साथ ही बताया मां महागौरी का ध्यान-स्मरण और पूजन करना भक्तों के लिए सर्वाधिक कल्याणकारी है। इनकी कृपा से आलौकिक सिद्धियों की प्राप्ति होती है। इस दौरान मां जसोल से प्रार्थना की गई बालोतरा अब जिला बनने के तहत क्षेत्र का समग्र विकास करवाना है। जो आप की कृपा के बिना अधूरा है। हम सब पर अपनी कृपा बनाए रखे। साथ ही उन्होंने कहा कि मां हमेशा भक्तों के कष्ट को दूर करती है। ओर मां महागौरी की पूजा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। सभी क्षेत्र वासियों को पूजा का फल मिले। और धन, वैभव और सुख-शांति की प्राप्ति हो। जिसके बाद पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल के द्वारा बड़ी संख्या में भक्तों की मौजूदगी में प्रदेश के मंगल कामना व बालोतरा के नए जिले बनने के साथ सर्वांगीण विकास को लेकर पूर्णाहुति दी गई। पूर्णाहुति पर मंदिर जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान देवी भक्तों ने महागौरी एवं सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन-अर्चन किया। हवन-पूजन करते हुए मां दुर्गा की विशेष पूजा का समापन भी किया। पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि धार्मिक दृष्टि से चैत्र नवरात्र का अपना अलग ही महत्व है क्योंकि इस समय आदिशक्ति जिन्होंने इस पूरी सृष्टि को अपनी माया से ढका हुआ है जिनकी शक्ति से सृष्टि का संचलन हो रहा है जो भोग और मोक्ष देने वाली देवी हैं वह पृथ्वी पर होती है इसलिए इनकी पूजा और आराधना से इच्छित फल की प्राप्ति अन्य दिनों की अपेक्षा जल्दी होती है। और माता हम सभी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखे। प्रबंधन कमेटी सदस्य मोहनसिंह बुड़िवाड़ा ने कहा कि नवरात्रि का पर्व आस्था और विश्वास का यह पावन अवसर हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि की महाअष्टमी पर मां भगवती का पूजन करने से कष्ट, दुःख मिट जाते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है ।
न्या़यमूर्ति राठौड़ ने किए दर्शन-
पूर्व जस्टिस आर एस राठौड़ ने जसोलधाम पहुंच जगतजननी श्री राणीं भटियाणी, श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह, श्री लालबन्ना, श्री खेतलाजी व श्री भेरूजी के दर्शन कर नवरात्रि पर्व पर चल रहे विशेष अनुष्ठान के तहत माता राणी की विशेष पूजा अर्चना भी की। इससे पूर्व जस्टिस राठौड़ ने रावल गढ़ पहुंच रावल किशनसिंह जसोल से मुलाकात की। मन्दिर संस्थान की और से अब तक किए विकास कार्यो को लेकर जानकारी ली। तथा संस्थान द्वारा करवाये गये मंदिर के विकास कार्यों की सराहना करते हुए उन्होने कहा कि रावल किशनसिंह जी के नेतृत्व में कुछ ही समय में जो विकास हुआ यह अपने आप में एक उपलब्धि है में जगत जननी श्री राणीं भटियाणी जी से यही कामना करता हूं कि जिला बालोतरा के विकास का यह कारवां इसी प्रगति से आगे बढ़ता रहे| इस अवसर पर हरिश्चंद्रसिंह, गजेंद्रसिंह जसोल, श्री चन्द्र प्रकाश गुप्ता, पण्डित मनोहरलाल अवस्थी, देवेंद्र कुमार माली, पारस माली, संस्थान प्रबन्धक जेठूसिंह, सुरक्षा प्रभारी खींवसिंह, प्रयवेक्षक भोपालसिंह, नखतसिंह आदि मौजूद रहे|