पेड़ से लटका मिला नवविवाहिता का शव,हत्या की आशंका
1 min readमहराजगंज,रोशनी की कलाई की चूड़ियां थीं टूटी, पीठ पर दिखे चोट निशान
महराजगंज,श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के ग्राम सभा लक्ष्मीपुर जरलहिया में रविवार की सुबह संदिग्ध हाल में नवविवाहिता का शव कमरे में फंदे से लटका मिला। विवाहिता की मां का कहना है कि बेटी की कलाई की चूड़ियां टूटी थीं। पीठ पर चोट के निशान थे। उन्होंने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीओ सदर अजय सिंह चौहान ने घटना स्थल का जायजा लिया। नवविवाहिता की मां से पूछताछ की। ससुर व देवर को पूछताछ के लिए पुलिस थाने ले गई।
जानकारी के अनुसार,श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर जरलहिया निवासी लोरिक यादव की 20 वर्षीय बेटी रोशनी यादव की शादी गांव के ही उमेश के साथ 16 फरवरी को हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद पति उमेश दिल्ली कमाने चला गया। रोशनी के घरवालों का आरोप है कि दामाद के जाने के बाद सास, ससुर व देवर बेटी को प्रताड़ित करने लगे। उसे उन लोगों से बात नहीं करने देते थे।ससुराल पक्ष के अनुसार, शनिवार की देर रात रोशनी की तबीयत खराब होने पर मेडिकल काॅलेज गोरखपुर ले जाया जा रहा था। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जबकि रोशनी की मां गिरिजा देवी ने बताया कि शनिवार की शाम को दामाद उमेश का फोन आया था। उन्होंने बताया कि रोशनी ठीक है। रविवार की सुबह गांव के एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि रोशनी की तबीयत खराब है। जब हम बेटी के ससुराल पहुंचे तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। मां ने बताया कि बेटी की कलाई की चूड़ियां टूटकर धंसी हुई थीं। पीठ पर चोट के निशान थे। क्षेत्राधिकारी सदर अजय सिंह चौहान ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने पर ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
चिट्ठी के सहारे अपनी पीड़ा मां तक पहुंचा रही थी रोशनी
श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर जरलहिया निवासी लोरिक यादव की पांच बेटी और आठ वर्ष का बेटा है। दिल्ली में डेयरी फार्म पर रहकर वह परिवार का भरण-पोषण करते हैं। लोरिक ने बताया कि तीन बेटियों ज्योति, उजाला व रोशनी की शादी कर दी है। दो बेटियों आंचल व महिमा की शादी नहीं हुई है। 16 फरवरी 2023 को धूमधाम से तीसरी बेटी रोशनी की शादी की थी। शादी के बाद वह दिल्ली चला गया। बेटी ससुराल में खुश थी। कुछ ही दिनों बाद उसका पति उमेश भी रोजी-रोजगार के लिए बाहर चला गया। इसके बाद रोशनी के जीवन में अंधेरा छाने लगा। ससुराल में उसे प्रताड़ित किया जाता था। मोबाइल फोन भी छीन लिया गया था। मायके वालों से बात नहीं करने दिया जा रहा था। गांव का कोई मिलने जाता था तो चिट्ठी लिखकर मां को अपनी पीड़ा बताती थी। मां गिरिजा देवी ने बताया कि पहले मिले चिट्ठियों से आशंका थी कि कभी न कभी कोई अनहोनी हो सकती है।
माई भुलइले मोबाइल ने भेजिहे, नाहीते हमके मार दिहें
रोशनी ने पहले ही हत्या की आशंका जताई थी। सास व ससुर ने जब मोबाइल फोन से बात करने पर पाबंदी लगा दी तो रोशनी ने कागज के छोटे से टुकड़े पर हत्या की आशंका जताते लिखकर अपनी मां के पास भेजा था। उसने लिखा था माई भुलइले मोबाइल ने भेजिहे, नाहीते हमके मार दिहें कुल। इसके अलावा भी कई सारी चिट्ठियां उसने अपनी मां को भेजा था। रोशनी की मां गिरिजा देवी ने कहा कि यदि पहले ही इन सारी बातों की शिकायत प्रशासन से की होती तो शायद आत बेटी जिंदा होती। मैंने तो सोचा था कि धीरे-धीरे सबकुछ ठीक हो जाएगा। मुझे क्या पता था कि दहेज लोभी उसकी जान ले लेंगे।
क्राइम ब्यूरो महराजगंज AIN भारत NEWS कैलाश सिंह