माफिया अतीक का वकील विजय मिश्र हुआ हिस्ट्रीशीटरः प्रयागराज के कैंट थाने में खुली हिस्ट्रीशीट, 22-बी नंबर,नैनी जेल में बंद है
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माफिया अतीक का वकील विजय मिश्र हुआ हिस्ट्रीशीटरः प्रयागराज के कैंट थाने में खुली हिस्ट्रीशीट, 22-बी नंबर,नैनी जेल में बंद है
IS-227 गैंग के सरगना रहे माफिया अतीक के करीबियों, गैंग मेंबरों पर शिकंजा और कसा जाने लगा है। पहले अतीक के बेटे उमर और अली की हिस्ट्रीशीट खोली गई। इसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में गिरफ्तार सभी आरोपियों पर गैंगस्टर लगा। अब अतीक-अशरफ के वकील रहे विजय मिश्र की हिस्ट्रीशीट खोल दी गई है।
कैंट थाने में खुली हिस्ट्रीशीट का नंबर 22-बी है। उसके खिलाफ उमेश पाल हत्याकांड समेत कुल 9 मुकदमे दर्ज हैं। उमेश पाल हत्याकांड में विजय मिश्र की भी संलिप्तता सामने आए थी। पुलिस ने पुख्ता सबूत जुटाने के बाद अधिवक्ता विजय मिश्र को गिरफ्तार किया है। वह अभी नैनी जेल में बंद है।
बरेली जेल अशरफ से मिलता रहा, शूटरों से संपर्क में था सरायइनायत के ककरा गांव निवासी विजय मिश्र शहर में बेली रोड पर परिवार के साथ रहता था। उमेश पाल हत्याकांड के बाद वह फरार शूटरों और अतीक के परिवार के लोगों के संपर्क में था।
पुलिस टीम इस मामले में फरार चली रही अशरफ की पत्नी और शूटरों की तलाश में छापेमारी कर रही थी। इसी दौरान विजय मिश्र पकड़ा गया था। उसके खिलाफ उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों, साजिशकर्ता और मददगारों पर जो धाराएं लगी थी। वहीं धाराएं विजय मिश्र पर भी लगी थी।
उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस उसके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है। विजय मिश्र ने मुस्लिम लड़की से शादी की है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि उमेश पाल की हत्या के 4 दिन पहले उसने अशरफ से कई बार बात की थी। उमेश पाल हत्याकांड से पहले विजय मिश्र लगातार बरेली जेल में बंद अशरफ के संपर्क में रहा।
कारोबारी से मांगी थी 3 करोड़ रंगदारी
कारोबारी से 3 करोड़ रुपए रंगदारी मांगने के मामले में भी विजय मिश्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। दरियाबाद के कारोबारी ने आरोप लगाया था कि विजय मिश्र उसे धमकी देकर 3 करोड़ रुपए मांग रहा है। इस मामले में अतरसुइया थाने में गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ था।
