जीवन जीने की कला सिखाती श्रीमद् भागवत डॉ विशुद्धानंद जी महाराज।
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जीवन जीने की कला सिखाती श्रीमद् भागवत डॉ विशुद्धानंद जी महाराज।
Ain भारत न्यूज़ संवाददाता सतीश द्विवेदी की ख़ास रिपोर्ट खबर भी असर भी लालापुर प्रयागराज
उक्त बातें श्री महाराज जी ने ग्राम मोजरा चंद्रा में चल रही भगवान भागवत कथा के अंतिम दिन कही समापन पर पूज्य महाराज जी ने दिव्य सुदामा चरित्र सुनाया उन्होंने सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की समाज में समानता का संदेश दिया सुदामा की निश्छल मित्रता का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे बिना याचना के कृष्ण गरीब सुदामा का उद्धार किया भगवान ने मित्रता निभाते हुए सुदामा की स्थिति को सुधारा भगवान ने सुदामा पर कृपा किया सुदामा चरित्र कथा सुन सभी श्रोता भाव विभोर हुए। कथा के मुख्य आयोजक विवेक मिश्र,आनन्द मिश्र राजुल जिला उपाध्यक्ष प्रयागराज भारतीय किसान संघ काशी प्रांत उत्तर प्रदेश एवम् ग्राम प्रधान चंद्रा संगीता नवनीत मिश्र ने दिनांक 16 दिसंबर को हवन व 17 दिसंबर को अपने पूज्य पिता स्व पंडित श्री प्रभाकांत मिश्र जी की बरसी एवं भागवत कथा के भंडारे में अधिक से अधिक भागवत प्रेमियों को प्रसाद हेतु आमंत्रित किया।
इस अवसर पर राकेश चंद्र शुक्ला उर्फ भोला गर्ग प्रधान नीबी वीरेंद्र दुबे प्रधान कोठी नीबी ओमप्रकाश मिश्र प्रधान पिपरांव दीपक चंद्र दुबे अधिवक्ता कौशल त्रिपाठी अधिवक्ता विजय शंकर पांडे विनोद चंद्र दुबे मधुकराचार्य त्रिपाठी दीपक मिश्रा पूना युगल किशोर शुक्ला राम कैलाश सोनी कमलाकांत रोशन केसरवानी गुरु प्रसाद बेसी आदि गणमान्य नागरिकों के साथ भारी संख्या में बच्चे और महिलाएं उपस्थित रह कर कथा का अमृत पान किया।।