नगरपंचायत कोरांव के लिये आवागमन की सुविधा का अभाव
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प्रयागराज से 70 km दूर यमुनापार की सबसे बड़ी मार्केट एवं नगरपंचायत कोरांव के लिये आवागमन की सुविधा का अभाव,
इस मार्ग पर सरकारी बसें न चलने के कारण प्राइवेट डग्गामार वाहन मालिकों का इस रूट पर कब्जा,
बहुत पहले कम किराया की सरकारी बसें चलती थीं लेकिन वे बन्द हो गईं , कुछ लोगों का आरोप है कि प्राइवेट वाहन स्वामियों की परिवहन विभाग से मिलीभगत एवं राजनैतिक संरक्षण के कारण सरकारी बसें इस रूट पर नहीं चलाई जातीं जिससे सरकार का आर्थिक नुकसान हो रहा है और आम जनता से मनमाना किराया वसूलकर प्राइवेट वाहन मालिक मालामाल हो रहे हैं , थोड़ी सी भी शिकायत करने पर सवारियों के साथ वाहन मालिकों द्वारा गाली गलौज किया जाता है और उन्हें बस से उतार दिया जाता है |
यही हाल प्रयागराज से चाकघाट रुट का है , इस रूट पर भी प्राइवेट वाहन स्वामियों का कब्जा है , इस रूट पर कुछ वर्ष पूर्व महानगरी बसें चलती थीं लेकिन प्राइवेट वाहन स्वामियों ने माननीय न्यायपालिका से अपने पक्ष में आदेश लेकर उन बसों का संचालन बन्द करा दिया ,लोगों द्वारा बताया गया कि इस कार्य में परिवहन विभाग के अधिकारियों को जो जबाब माननीय न्यायपालिका में लगाना था उसे वे लगाये ही नहीं ,इसी तरह प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश की अनेक रुट पर डग्गामार वाहनों का कब्जा है जिससे सरकार को राजस्व की छति हो रही है ,
आम जनता की सरकार से मांग है कि प्रयागराज से कोरांव , प्रयागराज से चाकघाट सहित अन्य मार्गों पर कम किराया वाली अच्छी सरकारी बसों का पर्याप्त मात्रा में संचालन हो जिससे मुख्यालय से दूरस्थ कोरांव जैसे स्थानों के लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सके और वहां के लोगों की जिंदगी को विकास की गति मिल सके ,
उक्त मार्गों पर रेलमार्ग का न होना लोगों की समस्या का मुख्य कारण है लेकिन जबतक सुगम रेलमार्ग नहीं हो जाता पर्याप्त सरकारी बसों का संचालन परिवहन विभाग की मुख्य जिम्मेदारी है |
प्रदेश के माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री जी से विनम्र निवेदन है कि उक्त समस्या के समाधान हेतु परिवहन विभाग को एवं स्थानीय सांसदों व विधायकों को भी समुचित निर्देश प्रदान करने की कृपा करें।
उत्तरप्रदेशपरिवहन
मुख्यमंत्रीउत्तरप्रदेश