सहानुभूति ही दया,प्रेम एवं परोपकार की जननी है जिला मंत्री राजेश तिवारी
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सहानुभूति ही दया,प्रेम एवं परोपकार की जननी है जिला मंत्री राजेश तिवारी
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो चीफ प्रयागराज
।। *दया,प्रेम एवं परोपकार ही मानवता की असली पहचान है।सत्य एवं न्याय पथ ही सहानुभूति की मूल शान है* ।।
प्रयागराज।सहानुभूति ही दया,प्रेम एवं परोपकार की जननी है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ समाजसेवी लल्लू शुक्ला से उनके लघु भ्राता रमेश शुक्ला से अपने मैत्रिक भेंटवार्ता के दौरान उनके निज निवास आहोपुर बभनी हेठार माण्डा मेजा प्रयागराज में कही।गौरतलब हो कि जिला मंत्री एवं वरिष्ठ समाजसेवी लल्लू शुक्ला के लघु भ्राता रमेश शुक्ला से बहुत ही पुराना मैत्रिक सम्बन्ध है एवं जिला मंत्री अपने प्रिय मित्र रमेश शुक्ला से मिलने आहोपुर बभनी हेठार माण्डा प्रयागराज पधारे हुए थे।आपसी सौहार्दपूर्ण साहित्यिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सहानुभूति ही दया,प्रेम एवं परोपकार की जननी है क्योंकि सहानुभूति ही मनुष्य के हृदय में दूसरों के प्रति अच्छी धारणा रखने का प्रतीक है और इससे मनुष्य के अन्तःकरण में दया,प्रेम एवं परोपकार को जन्म देती है।इससे स्पष्टः ज्ञात होता है कि सहानुभूति ही दया,प्रेम एवं परोपकार की जननी है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि वास्तव में देखा जाए तो मनुष्य आता है खाली हाथ और सब कुछ होते हुए भी रहता है खाली हाथ और जाता भी है खाली हाथ फिर भी एक दूसरे से नफरत एवं घृणा में हमेशा घिरा रहता है जो उसे मानव के मूल कर्तव्यों एवं दायित्वों से वंचित करता रहता है।मनुष्य का मूलभूत धर्म है सदा सत्य एवं न्याय के मार्ग पर चलना व दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति को अपने हृदय में अभिसिंचित कर इस प्राप्त मानव जीवन को फलीभूत करते हुए मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करना है क्योंकि मनुष्य को यह मानव तन कई जन्मों के पुण्य उदय होने पर प्राप्त होता है और जो मनुष्य अच्छे कर्म कर मोक्ष का मार्ग प्रशस्त कर लिया उसी का मानव जीवन परिपूर्ण हुआ अन्यथा बार-बार इस धरती जन्म मृत्यु के भव बंधन में बंधा रहता है।इस अवसर पर उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ता अनिल तिवारी ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा मानव की मूल नैतिकता भरे दायित्वों एवं कर्तव्यों की विवेचना बहुत ही सुन्दर एवं सार्वभौमिक सत्यता में वर्णित किया है।वास्तव में मनुष्य जिला मंत्री द्वारा उपदेशित वचनों का निर्वहन करके ही अपने मानव जीवन को सफल बनाते हुए मोक्ष का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री के साथ वरिष्ठ समाजसेवी लल्लू शुक्ला,रमेश शुक्ला एवं सामाजिक कार्यकर्ता अनिल तिवारी सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।
