एनजीटी की टीम ने शंकरगढ़ के बेरूई गांव में किया दौरा
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एनजीटी की टीम ने शंकरगढ़ के बेरूई गांव में किया दौरा
भूगर्भ जल प्रदूषण की जांच, पानी व मिट्टी के लिए नमूने
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट प्रयागराज
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर बारा तहसील क्षेत्र अंतर्गत स्थित पीपीजीसीएल कंपनी के द्वारा बढ़ रहे वायु प्रदूषण के कारण आसपास के गांव प्रभावित है जो गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण जल और मिट्टी की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों में दमा, टीवी, श्वांस, त्वचा संबंधित तमाम तरह की बीमारियों की घटनाएं बढ़ रही है। कंपनी के द्वारा उड़ रहे प्रदूषण की शिकायत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी विभाग लखनऊ में की गई थी। शिकायत करने पर एनजीटी की टीम अपने प्रभावित गांवों का दौरा किया। बेरुई गांव में प्रदूषण मापने के लिए मशीन लगाई गई और जल मिट्टी के नमूने एकत्र किये। इन नमूनों को आगे की जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि भूगर्भ जल में प्रदूषण की वास्तविक स्थिति का पता चल सके। बताते चलें कि इसी कड़ी में जेके सीमेंट प्लांट के द्वारा नियमों की अनदेखी कर उड़ती जहरीली धूल से वायु प्रदूषण की मार झेल रहे लखनपुर के ग्रामीणों ने कंपनी के द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण की शिकायत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल विभाग लखनऊ में की है। ग्रामीणों ने जेके सीमेंट प्लांट के जहरीले धूल और कण से निजात दिलाने की मांग की है। समस्या का समाधान शीघ्र नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। अगर एनजीटी विभाग ने मामले को संज्ञान में लेकर प्रदूषण से प्रभावित गांवों का दौरा किया तो जेके सीमेंट प्लांट पर भी गाज गिरना तय माना जा रहा है।