धरती सुनहरी तब बने जब वृक्ष लगाने का काम करें

5 जून विश्व पर्यावरण दिवस
कविता
इन्शा है इन्शानियत के
गीत वह गाया करे
धरती सुनहरी तब बने
जब वृक्ष लगाने का काम करें
मानव स्वस्थ तब रहे
जब आक्सीजन पर वह काम करें
आक्सीजन एक समस्या है
इन्सान इस पर काम करे
पौधों की टोकरी लेकर वह
खाली जगह में लगाया करे
नफरत के वीज जीवन में
कभी भी वह न बोया करे
इंशा है इंसानियत के
गीत हमेशा गाया करे
शहर के गन्दे नालों को
वह नदियों मे न बहाया करे
बहते नदियों के धारों की
वैल्यू को वो समझा करे
इंशा है इन्सानियत के
धर्म को वो समझा करे
पर्यावरण एक सेवा है
इंसान इसे अपनाया करे
इन्शा है इन्सानियत के
गीत को वो गाया करे
रचना
चन्द्रपाल राजभर (आर्टिस्ट )
जनपद सुल्तानपुर उ प्र