शंकरगढ़ के हवाओं में घुला सदभाव और स्नेह का रंग : डॉ. आर.के सिंह
1 min read
शंकरगढ़ के हवाओं में घुला सदभाव और स्नेह का रंग : डॉ. आर.के सिंह
तीन दिवसीय रंगोत्सव का समापन शाम तक चला मेल मुलाकात का दौर : डॉ. मनोज सिंह
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट प्रयागराज
शंकरगढ़ /प्रयागराज । रंगोत्सव तीन दिवसीय महा पर्व होली – धुलंडी का समापन रविवार को हुआ । फाल्गुनी माहौल में धुलंडी पर शंकरगढ़ से लेकर नारीबारी होली खेलने वालों का हुजूम उमड़ा । ठंडी हवाओं के बीच चहुंओर शंकरगढ़ – नारीबारी की फिजा में सद्भाव का रंग घुला तो लोगों ने एक दूसरे को प्रेम की फुहारों में अलग – अलग रंगों में जमकर भिगोया । डॉ. आरके सिंह व डॉ. मनोज सिंह ने हर आम खास लोगों को गुलाल लगाकर बधाई दी । शाम को मेल मुलाकात के दौरान दावतों का दौर चला । शंकरगढ़ राजभवन सहित अन्य जगहों पर सरकारी कर्मचारियों ने जमकर होली खेली और शंकरगढ़ क्षेत्र वासियों को बधाई दी । इससे पूर्व गुरुवार को हर चौराहे गली मोहल्लों में होलिका दहन हुआ , राज भवन पैलेस में शंकरगढ़ के राजा महेंद्र प्रताप सिंह के राज परिवार की ओर से होलिका दहन किया गया , चारदीवारी के अलग – अलग जगहों से लोग होलिका दहन के लिए पवित्र अग्नि लेने पहुंचे ।
झूमते हुए मनाई होली
रंगों का पर्व होली पर सुबह से ही ढोल मजीरे की थाप पर फाग गाते हुए युवाओं की टोली क्षेत्र में भ्रमण पर निकल गई । मित्रों व चाहने वालों को रंग में सराबोर कर सभी ने खूब लुत्फ उठाया । होली पर बच्चों सहित बुजुर्गों का उल्लास देखते ही बन रहा था । नीला, पीला, हरा, गुलाबी कच्चा – पक्का रंग से रंगे नागरिक गले मिलकर एक दूसरे को बधाईयां दीं । रंगों के इस अनूठे पर्व को मनाने में महिलाएं व बच्चियां भी पीछे नहीं दिखीं । महिलाएं भी ग्रुप बनाकर होली खेलीं । कई मोहल्लों में तो उत्साही युवाओं की टोलियांं द्वारा डीजे की धुन पर थिरकते हुए होली मनाई गई । लोगों ने आपसी भाईचारे के साथ ही इस त्योहार पर एक दूसरे को अबीर गुलाल लगा कर मनाई । सुबह से देर शाम तक लोग होली के रंगों में रंगे रहे । और होली खेले रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीरा… पारंपरिक गीत की आवाज गूंजती रही । उत्साह उमंग के त्योहार के मौके पर पूरा शंकरगढ़ डूबा रहा ।