शारदीय नवरात्रि के पहले दिन प्रयागराज के मंदिरों में भीड़:मां अलोपशंकरी देवी का आशीर्वाद लेने पहुंचे श्रद्धालु, घर-घर विराजमान हो रहीं 9 देवी
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शारदीय नवरात्रि के पहले दिन प्रयागराज के मंदिरों में भीड़:मां अलोपशंकरी देवी का आशीर्वाद लेने पहुंचे श्रद्धालु, घर-घर विराजमान हो रहीं 9 देवी
AiN भारत न्यूज़ संवाददाता शिवेंद्र त्रिपाठी शंकरगढ़ प्रयागराज
प्रयागराज।। रविवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसकी तैयारियों देर रात तक होती रहीं। लोग अपने घरों, मंदिरों व मंदिरों में साफ-सफाई करने में जुट रहे ताकि घर में मां भगवती विराजमान हों। नवरात्रि के पहले देवी के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का दर्शन,पूजन किया जा रहा है। वहीं मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु देवी के दर्शन के लिए पहुंचने लगे। मां अलोप शंकरी देवी मंदिर व कल्याणी देवी मंदिरों में भोर से ही लोग दर्शन के लिए पहुंचने लगे थे। – मंदिरों में व घर-घर में हो रही कलश स्थापना- नवरात्र के पहले दिन ही शुभ मुहूर्त में लोग संगम के पवित्र जल से स्नान करके घरों में वह मंदिरों में कलश स्थापना कर रहे हैं। धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडेय बताते हैं कि शारदीय नवरात्र को सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए मनाया जाता है। जबकि चैत्र नवरात्र को आध्यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति, सिद्धि मोक्ष के लिए मनाया जाता है। 2 अक्टूबर की रात 12.24 बजे तक आश्विन कृष्ण पक्ष की पितृ अमावस्या है। 3 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद 9.48 बजे तक या अभिजित मुहूर्त में 11.22 बजे के बाद 12.09 बजे तक घट स्थापना की जा सकती है। – प्रमुख मंदिरों में बढ़ाई गई सुरक्षा – नवरात्र में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है। यही कारण है पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। CCTV के जरिए भी मंदिरों की निगरानी की जा रही है। वहीं दुर्गापूजा पंडालों के आसपास भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दी गई है। ललिता देवी, कल्याणी देवी, अलाेपशंकरी देवी मंदिरों में महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों को भी भी लगाया गया है।