रेलवे ट्रैक पर मरने के इरादे से चल रही बालिका को मीडिया कर्मी ने बचाया।

रेलवे ट्रैक पर मरने के इरादे से
चल रही बालिका को मीडिया कर्मी ने बचाया।
ब्यूरो रिपोर्ट महराजगंज
महिला हेल्प डेस्क की मदद से परिजनों को किया सुपुर्द
महराजगंज जनपद बृजमनगंज रेलवे स्टेशन के पटरी पर रविवार सुबह लगभग 6:30 बजे अकेले घूम रही 13 वर्षीय बालिका को किसी अनहोनी की आशंका मे मीडिया कर्मी ने समझा बुझाकर पटरी से नीचे उतारे तथा पुत्री को ढुढ रही नानी से मिलाया परंतु बालिका अपने नानी के साथ जाने से मना करने पर पत्रकार साथी गौरव एवं जगदम्बा जायसवाल ने बच्ची को बृजमनगंज थाने के महिला पुलिस को सुपुर्द करते हुए कहा कि आज सुबह जब हम लोग रेलवे स्टेशन पर मार्निंग वाक कर रहे थे तब यह बच्ची प्लेटफार्म पर दिखी जो रेलवे टैक के बीचोबीच अकेले घुम रही थी उसके साथ कोई परिजन न दिखने पर संदेह की स्थिति बनी। वह टैक पर चलते हुए काफी दूर निकल गई
जब कि सामने से एक्सप्रेस
ट्रेन के आने का संकेत हो गया था ।तभी प्लेटफार्म पर एक महिला दिखाई दी जो किसी को तलाश कर रही थी पूछताछ में उसने बताया कि मेरी बच्ची घर से नाराज होकर गुस्से में मरने की बात बोलकर पैदल ही भाग आयी।पता नहीं कहां चली गईं हैं मैं उसकी नानी हूं।बात समझते देर नहीं लगी।गौरव एवं जगदम्बा द्वारा काफी दूर निकल गई बालिका को दौडकर पटरी से नीचे उतारा।उसके चंद मिनट बाद ट्रेन सीटी देते हुए बगल से गुजर गई।एक कहावत हैं जाको राखे सांईया मार सके न कोय।बालिका ने अपना नाम शिवानी पुत्र महेंद्र निवासी लेहडा बताया।जगदम्बा जायसवाल ने कहा कि शायद ईश्वर ने हमें देवदूत बनाकर भेज दिया था।बृजमनगंज थाने की महिला हेल्प डेस्क ने बालिका के माता पिता को बुलाकर उन्हें समझाते हुए उनके सुपुर्द कर दिया।महिला कांस्टेबल शालिनी गुप्ता मौजूद रही।