करोड़ों की लागत से बनी पेयजल परियोजना बनी शो पीस,लोग परेशान।
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करोड़ों की लागत से बनी पेयजल परियोजना बनी शो पीस,लोग परेशान।
ठेकेदार की मनमानी से कहीं पहुंच रहा पानी तो कहीं टोटी में नहीं टपक रही पानी की बूंद।
उमेश चंद सोनी
मेजा प्रयागराज,।विकासखंड उरुवा अंतर्गत ग्रामसभा पकरी सेवार में करोड़ों की लागत से बनी पेयजल परियोजना अस्त-व्यस्त नजर आ रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य घर-घर पीने का पानी उपलब्ध कराना था लेकिन ठेकेदारों की मनमानी कहीं जाए या उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते पूरी तरह ध्वस्त है। ग्राम पंचायत पकरी सेवार के चार मजरे में पकरी, सेवार, शंभूचक, दुबेपुर पूरी तरह से पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है जिससे लोग परेशान हैं। देखा जाए तो सरकार द्वारा गर्मी के दिनों में पानी के लिए मुहिम चलाई जाती है लेकिन ग्राम पंचायत पकरी सेवार मे पेयजल परियोजना का निर्माण होने के बावजूद भी लोगों को पानी की मार झेलनी पड़ रही है।
जब से यह परियोजना की नींव पड़ी है तब से लेकर आज तक सुचारू रूप से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है जिसको कागजों पर पूरी तरह पूर्ण कर दिया गया है देखा जाए तो आए दिन कहीं पाइप ध्वस्त हो जा रही है तो कही पानी की बूद नही टपक रही है। इस संबंध में वही जब ग्राम प्रधान पति से बात हुई तो उन्होंने बताया कि पानी ना पहुंचने की वजह ठेकेदार की लापरवाही है।अभी तक पेयजल योजना हैण्डओवर नही की गयी है जिसकी वजह से ग्राम प्रधान भी अपनी सहभागिता नहीं दिखा रहे हैं। ग्रामीण इसकी शिकायत किससे करें कोई सुनने वाला नहीं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम सभा की इस योजना मैं ठेकेदार पर ठेकेदार द्वारा कार्य कराया गया जिसमें पूर्व ठेकेदार के कार्यों पर ही वर्तमान ठेकेदार द्वारा कार्य करा दिया गया जबकि निर्धारित मानक के अनुसार ना तो पाइप बिछाने हेतु खुदाई कराई गई ना मानक के अनुरूप पाइप लगाई गई यहां तक की जहां-जहां टोटी लगाई गई है एक भी नल की फाउंडेशन भी नहीं बनाई गई है। आपको बता दें कि ग्रामसभा पकरी सेवार की पाइप लाइन पेयजल योजना ठेकेदारों की मनमानी की बदौलत ध्वस्त चल रही।जहा पेयजल योजना की पाईप लाईन खराब है, जहां भी पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है इसकी शिकायत कहां की जाए लोग परेशान हैं । करोड़ों रुपए की लागत से बनी परियोजना पर उच्च अधिकारियों की कब नजर पड़ेगी। ऐसी परियोजनाओं का निरीक्षण होना चाहिए जिससे सरकारी रुपयों का दुरुपयोग करने वाले व कार्य में लापरवाही तथा मानक के अनुरूप कार्य न कराए जाने वाले ठेकेदारों को अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए।