
शांति निकेतन स्कूल का 35 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया
AINभारतNEWS से राजस्थान स्टेट ब्यूरो अशरफ मारोठी
बालोतरा स्थानीय शांति निकेतन विधालय का 35 वां स्थापना दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, विधालय प्रवक्ता अयूब के. सिलावट ने बताया कि विधालय हमारी भावी पीढ़ी को सिखने और आगे बढ़ने के लिए सबसे प्रेरक जगह है। आज हम इस बात का ही जश्न मना रहे हैं कि हमें इतने खूबसूरत परिवेश और अद्भुत सुविधाओं से यहां नवाजा गया है, हम आज अपने स्कूल के विकास और सफलता के जश्न मनाते हुए अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैंl
शांति निकेतन विद्यालय के संस्थापक मीठालाल एम. शाह के जन्मदिवस के अवसर पर विद्यालय का 35वां फाउंडर्स-डे (स्थापना दिवस) धूमधाम से मनाया गया। स्कूल के ट्रस्टी ओम प्रकाश चोपड़ा, प्रकाश बालड, प्रिंसिपल सुधा मदान तथा एन. आर. चौधरी ने कार्यक्रम का शुभारंभ उनके चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया। इस मौके विद्यालय में सभी विद्यार्थियों को आइसक्रीम बाटी गई जिससे विद्यार्थी खूब प्रसन्न हुए l विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम नृत्य एवं फुटबॉल फ्रेंडली मैच का आयोजन किया गया l
स्कूल के ट्रस्टी ओम प्रकाश चोपड़ा ने अपने उद्बोधन में बताया कि 21 जुलाई 1988 में इस विद्यालय की आधार शिला रखी गई, तब से यह विद्यालय अपने मूल उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास को पूर्ण करते हुए सतत प्रगति के पथ पर चल रहा है।
विद्यालय ट्रस्टी प्रकाश बालड ने बताया कि किसी भी महान कार्य को करने के लिए सही नींव का होना जरूरी है। और आज हमारा स्कूल एक और सफल वर्ष में प्रवेश कर गया है। सबसे पहले मैं आप सभी को स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। यह दिन उनको याद करने का समय है जिन्होंने हमें आकार देने में मदद की है, यह दिन इस अद्भुत स्कूल की यादों की प्रशंसा करने का अवसर है और यह समय स्कूल के अतीत को प्रतिबिंबित करने का है।
विद्यालय के प्रिंसिपल सुधा मदान ने बताया कि अनुशासन विद्यालय की नीव है । जीवन मूल्य की जीवन में विशेषता बताना तथा बच्चों को नई तकनीकियों द्वारा उच्चतम शिक्षा प्रदान कर बच्चों को श्रेष्ठ बनाना यही हमारे विद्यालय की महत्वा है। विद्यालय सभी आवश्यकताओं से पूर्ण है तथा विद्यालय में प्री-प्रायमरी से उच्च माध्यमिक तक की सभी कक्षाओं में योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों की ओर से अध्यापन कराया जाता है। स्कूल छात्र-छात्राओं को उनके गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवा रहा है।