राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल बालोतरा से बैंककर्मी पहुंचे बाड़मेर, श्रमिक विरोधी नीतियों व निजीकरण के खिलाफ किया प्रदर्शन
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राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल बालोतरा से बैंककर्मी पहुंचे बाड़मेर, श्रमिक विरोधी नीतियों व निजीकरण के खिलाफ किया प्रदर्शन
AIN भारत NEWS (खबर भी असर भी) राजस्थान राज्य ब्यूरो अशरफ मारोठी
बालोतरा/बाड़मेर। देशभर में बुधवार को केंद्र सरकार की जनविरोधी और श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का व्यापक असर देखा गया। इस देशव्यापी आंदोलन का आयोजन देश की 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और सैकड़ों स्वतंत्र यूनियनों के आह्वान पर किया गया, जिसमें बैंक, बीमा, डाक, रेलवे, बिजली, कोयला, परिवहन और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के लाखों कर्मचारियों ने भाग लिया।
यह रही प्रमुख मांगें रहीं
हड़ताल की प्रमुख मांगों में चार प्रस्तावित श्रम संहिताओं (लेबर कोड) को रद्द करना, ₹26,000 प्रतिमाह न्यूनतम वेतन तय करना, रोजगार के पर्याप्त अवसर सृजित करना, समान कार्य के लिए समान वेतन लागू करना, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना और संविधान के मूल सिद्धांतों की रक्षा सुनिश्चित करना शामिल रहा। इसके साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण व विनिवेश की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने, ठेका प्रथा और आउटसोर्सिंग समाप्त करने, जीवन व स्वास्थ्य बीमा पर लगाए गए जीएसटी को हटाने, और कॉरपोरेट कर्ज वसूली को सख्ती से लागू करने जैसी अहम मांगों को लेकर भी विरोध दर्ज कराया गया।
बैंकिंग सेक्टर की हड़ताल में व्यापक भागीदारी
ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉईज एसोसिएशन (AIBEA) के नेतृत्व में राजस्थान सहित देशभर में करीब 11 हजार बैंक कर्मियों ने कार्य बहिष्कार किया। हड़ताल में AIBOC, NCBE, INBEF जैसी प्रमुख बैंक यूनियनों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। पंजाब नेशनल बैंक एम्प्लॉईज यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह व यूनियन सचिव जसवंत सिंह ने बताया कि हड़ताल का उद्देश्य केवल कर्मचारी हित नहीं, बल्कि देश की सार्वजनिक बैंकिंग व्यवस्था को बचाना भी है।
उन्होंने बताया कि बैंक व बीमा कंपनियों को मजबूत बनाए रखने, आउटसोर्सिंग व ठेका प्रथा समाप्त करने, और आम उपभोक्ताओं पर पड़ रहे जीएसटी जैसे भार को कम करने हेतु यह आंदोलन आवश्यक हो गया था।
बालोतरा से बैंककर्मी पहुंचे बाड़मेर, दी संयुक्त भागीदारी
बालोतरा से बैंककर्मियों ने बड़ी संख्या में बाड़मेर पहुंचकर विरोध सभा में हिस्सा लिया। बालोतरा से पंजाब नेशनल बैंक, कर्मचारी बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे और संयुक्त श्रमिक समन्वय समिति के बैनर तले हुए प्रदर्शन में भाग लिया।
बाड़मेर में हुए इस विरोध प्रदर्शन में बालोतरा के कर्मचारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ नारे लगाए। यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि सरकार ने जनविरोधी निर्णयों को वापस नहीं लिया तो यह संघर्ष और तेज होगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि यह केवल श्रमिक अधिकारों का प्रश्न नहीं, बल्कि देश की आर्थिक संरचना की रक्षा का आंदोलन है।
डाक विभाग सहित अन्य विभागों की भी भागीदारी
बाड़मेर में आयोजित सभा में डाक विभाग के कर्मचारियों ने भी उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई। डाक विभाग के जिला सचिव हरिराम ने बताया कि पोस्टल यूनियन के कर्मचारियों ने न केवल हड़ताल में भाग लिया, बल्कि केंद्र सरकार की निजीकरण और संविदा नीति की तीखी आलोचना करते हुए यह संकल्प लिया कि कर्मचारी एकजुट होकर इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाएंगे।
सभा में ये रहे शामिल
हड़ताल के दौरान आयोजित सभा एवं विरोध मार्च में बाड़मेर व बालोतरा से पहुंचे कई प्रमुख कर्मचारी उपस्थित रहे। इनमें अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, सचिव जसवंत सिंह, उपाध्यक्ष वेदप्रकाश काकड़, कोषाध्यक्ष नारनाराम चौधरी, रमेश डूडी, अनिल विश्नोई, देव, सुनील, उम्मेदाराम, राकेश बिश्नोई, सुखराम माली सहित दर्जनों बैंक और डाककर्मी शामिल रहे।