कहीं भूमाफियाओं के दबाव में तो नहीं आ गये उपजिलाधिकारी हर्रैया

कहीं भूमाफियाओं के दबाव में तो नहीं आ गये उपजिलाधिकारी हर्रैया
हर्रैया स्थित संग्रामपुर ग्रामसभा के सहरा में गांव में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी बीस बीघे जमीन पर भूमाफिया कब्जा जमाने बैठे हैं समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय के दर्जनों बार ग्यापन के क्रम में पहले तो उपजिलाधिकारी हर्रैया ने कागज में उक्त जमीन को औद्योगिक विकास हेतु 23/02/2023को प्रस्तावित कर दिया किन्तु जब उद्योग लगने की जगह उक्त जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा धान की रोपाई होने लगी तो समाजसेवी ने पुनः शिकायत दर्ज कराया उनके द्वारा बार बार आग्रह के उपरांत उपजिलाधिकारी द्वारा कब्जा हटाने हेतु भेजी गई फोर्स विहीन राजस्व टीम भूमाफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही की जगह मुंह छिपाकर वापस आने को विवष हुई कारण भूमाफियाओं ने खुले तौर पर कार्यवाही की दशा में अंजाम भुगतने की धमकी दी तीन सितम्बर को समाजसेवी ने उपजिलाधिकारी हर्रैया को घटना से अवगत कराते हुए कहा कि मुझे अपने जान की परवाह नहीं है आप कार्यवाही सुनिश्चित करायें तो उपजिलाधिकारी ने अवैध कब्जे पर जेसीबी चलवाने व भूमाफियाओं पर मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया किन्तु प्रसासन समाजसेवी को सुरक्षा उपलब्ध कराने भूमाफियाओं का कब्जा हटाने या उनपर मुकदमा दर्ज कराने में भले विफल रहा किन्तु भूमाफियाओं ने भवन निर्माण से शेष बची जमीन पर पहले की धान की रोपाई आज कर रहे हैं पिलर गाडकर तारबंदी
ऐसे में आज समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी ने प्रशासन के इस शिथिलता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रशासन को रविवार तक ठोस कार्यवाही सुनिश्चित करने का समय दिया है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन की शिथिलता से परिलक्षित होता है कि वो कहीं न कहीं भूमाफियाओं के दबाव में है किन्तु यदि हम कानूनी लड़ाई लड़कर बीस बीघा जमीन जिला प्रशासन की झोली में डाल सकते हैं तो उसे खाली कराने हेतु व्यापक जमीनी संघर्ष भी करने तैयार हूं यदि रविवार तक कार्यवाही सुनिश्चित नहीं हुई तो सोमवार को ज्ञापन देते हुए गुरुवार से वेमियादी धरने पर बैठूंगा।