जुबेर नेता अपनी पहचान का मोहताज नही. नाता बीजेपी पार्टी से है
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मकराना 11जून
मकराना. जुबेर नेता अपनी पहचान का मोहताज नही. नाता बीजेपी पार्टी से है. मकराना की हर धार्मिक संस्था पर काबिज. लोगों से पेहले नम्रता से बात करते है. ना माने तो जरूरत पड़ने पर धरना प्रदर्शन करके उस धार्मिक संस्था को आजाद करवाते है. बीते वक्त में. Lsmh. हॉस्पिटल को एक ही व्यक्ति. काफी वक्त से काबिज. को धरना प्रदर्शन करके. आजाद करवा कर. नई कमेटी का वोटिंग करवा कर गठन करके सौंपा. जो आज राजस्थान का सबसे अच्छा हॉस्पीटल है. अब. मकराना की अंजुमन. संस्था पर भी काबिज कमेटी को जो अपनी हठ धर्मिता से कब्जा जाए हुऐ है. आजाद करवाने का बीड़ा उठाया है. काबिज लोग मकराना के जाने माने उद्योग पती है. लेकिन धर्मिक संस्था की आमदनी से अपना काम चला रहे है.. जबकि खुद करोड़ पती है. जरिया आमदनी. का संस्था को बना रखा है. संस्था की आमदनी का हिसाब लेने वाला कोई नही. और ना ही बीते वक्त 5वर्ष का मौजूदा कमेटी ने समाज को हिसाब नही बताया. लोगों से कमेटी के बारे में बात की कमेटी कैसी है. तब अफसोस हुआ. जब लोगों ने इनको गाली देकर जानकारी दी. यहाँ लोगों की दी हुई गलियों का हँम उल्लेख नही कर सकते. मौजूदा कमेटी. एक नाकारा. समाजः के लिये 5वर्ष में कुछ नही किया. सिर्फ अपने फायदे के सिवा जुबेर नेता ही एक ऐसा शख्स है जो इनको अंजुमन से निकाल बाहर करेगा. देखते है मकराना के कितने समाजः सुधारक.1जुलाई को जुबेर नेता का साथ देते है.
Ain भारत न्यूज़ नागौर जिला ब्यूरो अब्दुल खालिक चौहान
