October 4, 2025 09:32:27

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क्या है आज उत्तर भारत बिहार से बड़ी व महत्वपूर्ण खबरें

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बिहार से बड़ी व महत्वपूर्ण खबरें
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✓ *_बिहार में भीषण हादसा, महाकुंभ से लौट रही कार ट्रक में घुसी, 5 मिनट में 6 लोगों की मौत_*

भोजपुर: बिहार के भोजपुर में भीषण सड़क हादसा हुआ है. हादसे में छह श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई. भोजपुर के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के दुल्हीनगंज पेट्रोल पंप के समीप सुबह यह हादसा हुआ. कार अनियंत्रित होकर ट्रक के अंदर घुस गयी.
भोजपुर में दर्दनाक हादसा : बताया जाता है कि मोहनियां-आरा मार्ग पर कार और ट्रक की टक्कर हुई, जिसमें सभी लोगों की जान चली गई. जिस कारण से घटना हुई है, वह पटना नंबर की है. मृतक भी पटना निवासी ही बताए जा रहे हैं. मरने वालों में 4 महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं.
6 लोगों की मौत: मरने वालों की पहचान पटना जक्कनपुर सुदामा कॉलोनी निवासी स्व. विशुनदेव प्रसाद के पुत्र संजय कुमार(62), पत्नी करुणा देवी(58), बेटा लाल बाबू सिंह(25), बेटी प्रिया कुमार (20) और पटना के कुम्हरार निवासी आनंद सिंह की बेटी आशा किरण(28) और चंद्रभूषण प्रसाद की बेटी जूही रानी(25) के रूप में हुई है.
कुंभ से लौटने के दौरान हादसा: घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन कुसुम सिन्हा पटना से भोजपुर पहुंची. रोते-बिखते हुए बताया कि “मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के हैं. ये लोग महाकुंभ नहाने के लिए गए थे. वहीं से लौट रहे थे कि इसी दौरान हादसा हो गया.”
क्या कहती है पुलिस: इधर, जगदीशपुर पुलिस ने घटना की पुष्टि की है. पुलिस के मुताबिक प्रथम दृश्यता कार की रफ्तार तेज थी. इस कारण हादसा हुआ. आरा मोहनिया में ट्रक खड़ा था तभी पीछे से कार ट्रक में घुस गई. कार में सवार सभी 6 लोगों की मौत हो गई.

“घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम पहुंची. कार पूरी तरह ट्रक के अंदर घुस गयी थी. सभी 6 लोगों की मौत हो गयी थी. इसमें दो पुरुष और 4 महिला शामिल हैं. सभी पटना के रहने वाले बताए जाते हैं. स्थानीय लोगों की मदद से किसी तरह शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.” -आफताब खान, एसआई, जगदीशपुर थाना
5 मिनट में सभी की मौत: घटना अहले सुबह 3 बज कर 17 मिनट पर हुई है. पास में मौजूद पेट्रोल पंप के चश्मदीद स्टाफ ने बताया कि “हादसा इतना जोरदार था कि आवाज सुनकर डर गए और दौड़ कर गाड़ी के पास पहुंचे. महज 5 मिनट लगा होगा पहुचने में तब तक कोई जिंदा नहीं बचा.”
कैसे हुआ हादसा? : स्थानीय लोगों ने बताया, हादसे को देखकर ऐसा लग रहा था कि कार के ड्राइवर को नींद आ गई हो, जिस कारण यह हादसा हुआ. घटना के बाद से ट्रक ड्राइवर फरार हो गया. कार ने काफी जोर से टक्कर मारते हुए ट्रक में जा घुसी. कार का एक पहिया 20 फीटर दूर पड़ा मिला. कार के कई पार्टस इधर-उधर बिखड़े पड़े थे।

✓ *_सुबह-सुबह बिहार में मुठभेड़, मासूम को गोली मारने वाला नीतीश कुमार जख्मी_*

मुंगेर: बिहार के मुंगेर में मुठभेड़ की घटना सामने आयी है. इस मुठभेड़ में एक अपराधी के घायल होने की सूचना है. मामला जिले के धरहरा थाना क्षेत्र का है. शुक्रवार की अहले सुबह धरहरा थाने की पुलिस और गोलीकांड में फरार आरोपी नीतीश कुमार के बीच गोलीबारी हुई है.
गोली लगने से आरोपी घायल: इस मुठभेड़ में अपराधी नीतीश कुमार के दाएं पैर में गोली लगी हैं. पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती कराया कराया है. इधर, घटना की सूचना के बाद मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद सदर अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली. इसके साथ घटनास्थल पहुंचकर भी जायजा लिया.

“पुलिस को सूचना मिली थी कि गोलीकांड का आरोपी धरहरा थाना क्षेत्र के मुरक्कटा स्थान में छिपा हुआ है. पुलिस जब छापेमारी करने पहुंची तो उसने फायरिंग कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायरिंग की. इस दौरान आरोपी नीतीश कुमार के पैर में गोली लगी है. उसके खिलाफ मामला दर्ज करते हुए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.” -सैयद इमरान मसूद, एसपी, मुंगेर

सिगरेट के लिए मारी थी गोली: दरअसल, मामला 7 जनवरी से जुड़ा है. धरहरा थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में सिगरेट लाने से मना करने पर 8 वर्षीय मासूम अंशु कुमार के सिर में पड़ोसी नीतीश कुमार ने गोली मार दी थी. परिवार वाले उसे आनन-फानन धरहरा स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे, जहां से चिकित्सक ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया था. गोली लगने के कारण दायीं आंख का हल्का हिस्सा बाहर निकल गया है. बच्चे का इलाज जारी है.

20 फरवरी को हुई थी गिरफ्तारी: पुलिस इस मामले में आरोपी नीतीश कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. आरोपी पूरा परिवार घर बंद कर फरार चल रहा था. इस बीच 20 फरवरी की शाम पटना पुलिस ने नीतीश कुमार को गिरफ्तार कर धरहरा थाने को सौंप दिया था.

चकमा देकर हो गया था फरार: 20 फरवरी की रात नीतीश थाना से चकमा देकर फरार हो गया था. अपराधी की गिरफ्तारी के लिए रात भर पुलिस छापेमारी करती रही. इस बीच शुक्रवार की सुबह 4 बजे धरहरा थाना क्षेत्र के मुरक्कटा स्थान (जसीडीह) में नीतीश के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसी दौरान आरोपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई।

✓ *_लाडली सिन्हा को HC से बड़ी राहत, राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर तत्काल रोक_*

पटना : पटना हाईकोर्ट ने नालंदा के अस्थवां नगर पंचायत के मुख्य पार्षद लाडली सिन्हा को अयोग्य करार देने के राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर तत्काल रोक लगा दिया है. जस्टिस राजेश कुमार वर्मा ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार व राज्य निर्वाचन आयोग से जवाब-तलब किया है. कोर्ट ने जवाब दायर करने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी है.
लाडली सिन्हा को HC से बड़ी राहत : इसके साथ ही कोर्ट ने ये स्पष्ट किया कि 5 फरवरी 2025 को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा लाडली सिन्हा को पद के लिए अयोग्य घोषित करने के आदेश पर अगले आदेश तक रोक रहेगा. निर्वाचन पत्र के जांच के क्रम में यह आपत्ति उमा शंकर प्रसाद ने की कि लाडली सिन्हा को दो से अधिक संतानें हैं. इसे रिटर्निंग अधिकारी ने खारिज कर दिया.
15 पहले अयोग्य करार दिया गया था : दरअसल, 30 जनवरी 2023 को शिवबालक यादव ने राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष इस सम्बन्ध में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि लाडली सिन्हा की दो से अधिक बच्चे हैं. अतः वे चुनाव लड़ने के लिए योग्य नहीं है. राज्य निर्वाचन आयोग ने 5 फरवरी 2025 को लाडली सिन्हा को अयोग्य घोषित कर दिया.
आदेश को दी गई चुनौती : इसके विरुद्ध लाडली सिन्हा ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश को चुनौती दी. आज कोर्ट ने राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर फिलहाल रोक लगाते हुए राज्य सरकार व राज्य निर्वाचन आयोग को एक सप्ताह में जवाब देने का निर्देश दिया.

एक सप्ताह बाद अगली सुनवाई : इस याचिका की सुनवाई के दौरान वरीय अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव व अधिवक्ता रंजीत चौबे ने याचिकाकर्ता का पक्ष कोर्ट के समक्ष रखा. राज्य सरकार की ओर से अधिवक्ता बिरजू प्रसाद व राज्य निर्वाचन आयोग का पक्ष अधिवक्ता राजीव रंजन ने रखा. इस मामले पर अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद की जाएगी।

✓ *_बिहार में एक लाख का इनामी नक्सली लोहा सिंह गिरफ्तार, SSB ने दबोचा_*

गया : बिहार के गया में एसएसबी 29 वीं वाहिनी और धनगाई पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कुख्यात नक्सली सुरेश सिंह भोक्ता उर्फ लोहा सिंह को गिरफ्तार किया गया है. यह लंबे अरसे से फरार चल रहा था. सुरक्षा बल इसे लगातार तलाश रहे थे. इसी बीच नक्सली सुरेश सिंह भोक्ता उर्फ लोहा सिंह के संबंध में एसएसबी को इनपुट मिला था.
एसएसबी कमांडेंट को मिली थी सूचना : जानकारी के अनुसार, 29वीं वाहिनी एसएसबी गया के कमांडेंट हरे कृष्णा गुप्ता को कुख्यात नक्सली सुरेश सिंह भोक्ता उर्फ लोहा सिंह के संबंध में सूचना मिली थी. इसके बाद एसएसबी धनवाई समवाय और धनगाई पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की. इस क्रम में धनगाई थाना अंतर्गत तिलेटांड़ में छापेमारी की गई.
नक्सली लोहा सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज : सुरक्षा बलों ने मौके पर घेराबंदी की और फरार चल रहे एक लाख के कुख्यात इनामी नक्सली लोहा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. इसकी गिरफ्तारी सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है. इसके खिलाफ मगध के जिलों में कई कांड अंकित बताए जाते हैं.
”एक लाख के इनामी नक्सली की गिरफ्तारी की गई है. यह काफी कुख्यात नक्सली बताया जाता है. बताया कि गुप्त सूचना मिलने के बाद एसएसबी धनगाई समवाय और धनगाई पुलिस ने संयुक्त छापेमारी की और फिर इस कुख्यात इनामी माओवादी को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार नक्सली को धनगाई थाना की पुलिस को सौंप दिया गया है.”- हरे कृष्णा गुप्ता, कमांडेंट, एसएसबी 29वीं वाहिनी गया

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई : बता दें कि बिहार के गया जिले में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इससे पहले भी कई नक्सलियों को दबोचा गया है. सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी के जवान उन्हें घुटने पर लाने की कोशिश में लगे रहते हैं. गया पुलिस भी लगातार एक्शन में दिखाई देती है।

✓ *_’ना भीख चाही ना कर्जा चाही, भोजपुरी के सांवैधानिक दर्जा चाही’_*

पटना: ”आउर का..! भोजपुरी हमार दिल के भाषा बा. ई भाषा के अपनापन अउर मिठास बहुत खास बा. भोजपुरी ना खाली भारत में, बलुक दुनियां भर में लोग बोलत बा लोग. बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल में बहुत प्रसिद्ध बा.” आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस है और भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग उठ रही है.

बिहार के 10 जिले में भोजपुरी का दबदबा: बिहार के 10 जिले ऐसे हैं जहां भोजपुरी भाषा का उपयोग होता है. हाल के कुछ वर्षों में भोजपुरी का प्रचार प्रसार बहुत तेजी से हुआ है. आज भोजपुरी अंतरराष्ट्रीय स्वरूप अख्तियार कर चुका है और कई देशों में भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता मिल चुकी है. वैसे भारत में भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने की लड़ाई लंबे समय से चल रही है.

संसद में दो दर्जन से अधिक भोजपुरी भाषी सांसद: आज की तारीख में पार्लियामेंट में दो दर्जन से अधिक सांसद ऐसे हैं जो भोजपुरी क्षेत्र से चुनाव जीतते हैं और उनकी भाषा भी भोजपुरी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भोजपुरी इलाके से चुनाव जीतते हैं. फिल्म इंडस्ट्री में भी भोजपुरी का दबदबा है. मनोज तिवारी, रवि किशन, निरहुआ और पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह राजनीति में मजबूत दखल रखते हैं. इन कलाकारों ने भोजपुरी भाषा के जरिए मुकाम हासिल किया है.

मैथिली भाषा आठवीं अनुसूची में है शामिल: बिहार में बोली जाने वाली तीसरी प्रमुख भाषा मैथिली आठवीं अनुसूची में पहले से ही शामिल है. बिहार में हिंदी के अलावा मैथिली, अंगिका, मगही और भोजपुरी भाषा मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषा है. जब संसद में मैथिली भाषा बोलने वाले आधे दर्जन सांसद हुए थे तब संघर्ष के बाद मैथिली भाषा को संवैधानिक दर्जा मिल गया था और मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कर लिया गया था.

कब भोजपुरी को मिलेगा उसका हक?: भोजपुरी उन 38 भाषाओं में से हैं, जिन्हें आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग संसद में और दूसरे मंचों पर लगातार उठती रही है. भारत सरकार की ओर से अलग-अलग भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर जांच कमेटी गठित की गई थी. होम मिनिस्ट्री में अतिरिक्त सचिव बी.के. प्रसाद की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमेटी बनाई थी. जांच कमेटी में होम मिनिस्ट्री, कल्चरल मिनिस्ट्री, एचआरडी, लॉ मिनिस्ट्री, साहित्य अकादमी, राजभाषा विभाग और केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान और रजिस्ट्रार जनरल ऑफ़ इंडिया के सीनियर अफसर शामिल थे.
जांच कमेटी ने नहीं दी हरी झंडी: जांच कमेटी ने जो रिपोर्ट सौंपी गई है. उसके मुताबिक चौंका देने वाले तथ्य सामने आए. कमेटी कि ओर से कहा गया कि आठवीं अनुसूची में मौजूद 22 भाषाओं को शामिल करने की प्रक्रिया और मापदंडों को सही नहीं है. कमेटी ने यह भी कहा कि इन भाषाओं को शामिल करने से हिंदी के विकास पर प्रभाव पड़ेगा.

लड़ाई हारने वाली भाषाएं: अंग्रेजी, भोजपुरी, अंगिका, गढ़वाली, राजस्थानी, गुज्जरी, मगही, नागपुरी, कुमायूंनी, भोटी, बुंदेलखंडी, छत्तीसगढ़ी, बज्जिका, बंजारा, हिमाचली, धतकी, गोंडी, हो, कच्छी, कामतापुरी, करबी, खासी, कोडावा (कूर्ग की), कोक बराक, कुडक, कुमाली, लेपचा, लिंबू, मुंदड़ी, पाली, संबलपुरी, शौरसेनी (प्राकृत), सिरायकी, निकोबारी, मिजो, तेनिदी, और तुलू.

कब-कब हुआ संविधान संशोधन?: कई भाषाओं को संवैधानिक दर्जापिछले कई वर्षों में मिला है. संवैधानिक दर्जा देने के लिए संविधान में संशोधन भी किए गए हैं. सिंधी के लिए 1967 में 21वां संशोधन किया गया. वहीं कोंकणी, मणिपुरी और नेपाली के लिए 1992 में 71वां संशोधन कर अमलीजामा पहनाया गया. जबकि मैथिली, संथाली, बोडो और डोंगरी के लिए वर्ष 2003 में 91वां संशोधन किया गया.

कौन हैं गुरु चरण सिंह?: अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के पूर्व महामंत्री डॉक्टर गुरु चरण सिंह भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं और व्याकरण के विकास में भी सहायक भूमिका निभाई है. गुरचरण सिंह कहते हैं कि भोजपुरी अब वैश्विक भाषा बन चुकी है. दर्जन भर से अधिक देशों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है.

“भोजपुरी भाषा बोलने वालों की संख्या पूरे विश्व में करीब 30 करोड़ के आसपास है. चार देश ऐसे हैं जिन्होंने अपने आप भोजपुरी को मान्यता दे रखी है, लेकिन भारत में भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा नहीं मिला है. हम सरकार से मांग करते हैं कि भोजपुरी को जल्द आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए.” -डॉक्टर गुरु चरण सिंह, पूर्व महामंत्री, अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन
आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने से क्या है फायदा?: किसी भाषा को अगर आठवीं अनुसूची में शामिल कर लिया जाता है तो उसके कई फायदे हैं. संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में उस भाषा को जगह मिल जाती है तो विश्वविद्यालय में भी उस भाषा की पढ़ाई और विकास के लिए विभाग खुल जाते हैं. यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) और अन्य सेंट्रल एग्जाम का आयोजन उक्त भाषा में होने लगता है.

सरकारी कामकाज की भाषा: दरअसल, जिन राज्यों में बोली जाती है, वहां स्टडी मीडियम औरर सरकारी कामकाज की भाषा बन जाती है. लोकसभा और विधानसभा में प्रश्न पूछने या भाषण देने का माध्यम यानी अब आप नेपाली, कोंकणी, संथाली, बोडो, डोंगरी और सिंधी में यूपीएससी की परीक्षा दे सकते हैं लेकिन भोजपुरी, राजस्थानी, हिमाचली, बुंदेलखंडी या छत्तीसगढ़ी में नहीं.
“भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए.बिहार उत्तर प्रदेश और झारखंड के 20 जिलों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है.भोजपुरी भाषा की पहुंच विदेश में हो चुकी हैट्रिडेंट तंबाकू सूरीनाम और मॉरिशस में भोजपुरी भाषाको मान्यता मिली हुई है भारत में भी भोजपुरी भाषाको मान्यता मिलनी चाहिए.”-अजीत कुशवाहा, डुमराव विधायक।

✓ *_संभल हिंसा का दुबई कनेक्शन; शारिक साठा ने रची थी पूरी साजिश, 4025 पन्नों की चार्जशीट दाखिल_*

संभलः शाही जामा मस्जिद के सर्वे के 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा की साजिश को लीड करने वाले विदेश में बैठे शारिक साठा पर पुलिस अब एक्शन लेने की तैयारी में है. पुलिस अब तक शारिक साठा गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है. उपद्रवियों को विदेशी हथियार उपलब्ध कराने वाले गुलाम को भी पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जबकि चार लोगों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी मुल्ला अफ़रोज़ और वारिस को भी सलाखों के पीछे भेज चुकी है.
पुख्ता सबूत होने पर ही कार्रवाई की जाएगीः SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने शुक्रवार को संभल हिंसा को मीडिया से बातचीत करते हुए चौंकाने वाला खुलासा किए. उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा में 12 मुकदमे दर्ज किए गए. जिसमें 6 आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं. जिसमें 36 आरोपी नामजद थे, इसके अलावा 123 आरोपी विवेचना में प्रकाश में आए कुल 159 आरोपी हैं. जिसमे 80 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि 79 आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है. 4025 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है. किसी के खिलाफ पुख्ता सबूत होने पर ही कार्रवाई की जाएगी. निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी.
शारिक साठा के खिलाफ 48 BNS के तहत कार्रवाई होगीः एसपी ने बताया कि संभल हिंसा में शामिल लोगों के पास से पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9 एमएम के कारतूस के अलावा काफी भारी मात्रा में असलहे बरामद किए गए हैं. पोस्टर लगाने के बाद कुछ लोगों के नाम का पता चला है. पुलिस द्वारा इन लोगो को धर पकड़ शुरू कर दी गई है. SP ने बताया कि गुलाम की गिरफ्तारी के बाद शारिक साठा के खिलाफ 48 BNS के तहत कार्रवाई की जाएगी. शारिक साठा की पत्नी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं. हालांकि गुलाम कभी-कभी जरूर उनके मोबाइल से शारिक साठा से बात करता था, यह अपराध की श्रेणी में नहीं आता है.
किसी का नाम लेने मात्र से एफिडेंस नहीं हो जाताः संभल घटना में दाऊद का कनेक्शन होने के सवाल पर कहा कि जब कभी भविष्य में शारिक साठा का प्रत्यर्पण होगा तो उससे पूछताछ होगी. गुलाम के कनेक्शन सपा सांसद से होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के नाम लेने मात्र से एफिडेंस नहीं हो जाता. 2014 में तत्कालीन सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के कहने पर फायरिंग की बात आई थी. उस पर 2014 में मुकदमा दर्ज किया गया था. यदि वर्तमान में साक्ष्य मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी.
जल्द ही बैलेस्टिक रिपोर्ट आएगीः शारिक साठा के पॉलिटिकल कनेक्शन पर एसपी ने कहा कि शारिक साठा जब भारत में था, तब तत्कालीन सांसद थे. तब उनके कहे अनुसार सुहैल इकबाल पर गुलाम ने फायरिंग की थी. उस मामले में 31 मार्च 2014 में संभल कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. लेकिन इसके अलावा कोई बात सामने नहीं आई. गुलाम ने बताया था कि क्रिमिनल प्रोटेक्शन के बदले चुनावों में सहायता करते थे. क्या पूरे मामले में शारिक साठा अकेला सूत्रधार है के सवाल पर SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि अकेला सूत्र धार नहीं बताया जा सकता. जब अन्य अपराधी पकड़े जाएंगे, मुकदमों की चार्ज शीट लगेगी तब ही कुछ बताया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जल्द ही बैलेस्टिक रिपोर्ट आ जाएगी. इसके बाद बाकी की चार्जशीट जल्द ही दाखिल कर दी जाएगी.
विष्णु शंकर जैन को मारने की प्लानिंग के सबूतः दिल्ली के वकील विष्णु शंकर जैन को मारने की प्लानिंग के सवाल पर एसपी ने कहा कि उनके पास इसके एविडेंस भी हैं. गुलाम के द्वारा मुल्ला अफरोज नामक व्यक्ति के साथ घटना से पूर्व व्हाट्स एप पर पिस्टल के फोटो एक्सचेंज भी किए गए थे. यह वही पिस्टल थी जो रिकवर हुई है. गुलाम मुल्ला अफरोज से पूर्व से टच में था. पिस्टल का आदान प्रदान करते थे, यह पिस्टल भी रिकवर हुई है।

✓ *_एक तरफ मां का अंतिम संस्कार, दूसरी तरफ मंत्री पद की शपथ, रेखा सरकार में मंत्री बने बिहार के पंकज सिंह_*

बक्सर: दिल्ली में रेखा गुप्ता सरकार में बीजेपी ने कई नए समीकरण साधे हैं. शपथ लेने वाले छह मंत्रियों में एक नाम पंकज सिंह का भी शामिल है. बक्सर जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर धरौली गांव इन दिनों सुर्खियों में है. इसी गांव के पंकज कुमार सिंह ने दिल्ली में विधानसभा सीट से आप के महेंद्र यादव को पराजित कर जीत हासिल की है. वो 27 साल बाद सत्ता में लौटी बीजेपी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं.
शपथ ग्रहण से पहले मां का अंतिम संस्कार: पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले पंकज सिंह की मां का निधन उनके शपथ ग्रहण से दो दिन पहले हुआ था. वहीं शपथ ग्रहण समारोह से पहले पंकज सिंह ने अपनी दिवंगत मां सीता देवी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नम आंखों से उन्हें याद किया.
पंकज ने गांव वालों के लिए बनवाई पक्की सड़क: बक्सर के धरौली गांव की गलियां भले ही संकरी है, पर गांव वालों का दिल बहुत बड़ा है. पंकज कुमार सिंह के परिवार के बारे में जब पड़ोसियों से पूछा गया तो सभी ने जमकर तारीफ की. दिल्ली में कमिश्नर रहे उनके पिता राजमोहन सिंह का गांव से और यहां के लोगों से खूब प्रेम था. पिता ने गांव में शानदार मंदिर बनवाया तो पंकज सिंह ने गांव वालों के लिए करोड़ों की भूमि दान कर पिता के नाम पर पक्की सड़क बनवा दी.
पंकज ने महेंद्र यादव को दी मात: पंकज सिंह के ऐतिहासिक जीत से उनके पैतृक गांव सहित गृह जिले में खुशी का माहौल है. पंकज सिंह ने 12876 मतों के अंतर से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र यादव को शिकस्त दी है. डॉ पंकज सिंह को 1,35,564 लोगों ने अपना मत देकर विधायक चुना है. इससे यह साबित होता है कि वो अपने व्यवहार और कार्य कुशलता से दिल्ली की जनता के दिलो पर राज करते हैं.
शुरू हुई गांव में स्वागत की तैयारियां: इधर पंकज सिंह के पहली बार विधायक बनने से गृह जिला बक्सर में उनके आगमन को लेकर स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई है. हालांकि चार दिन पहले शपथ ग्रहण से पूर्व इनका मां सीता देवी का निधन हो गया था. जिससे तैयारियां रूक गई थी. धरौली में पंकज की जीत की खुशी में 151 किलो से अधिक लड्डू बाटे जा चुके हैं, साथ ही बैंड बाजे के साथ पटाखे भी खूब छोड़े गए हैं.
ग्रामीण कर रहे हैं अपने मंत्री बेटे का इंतजार: रिश्ते में पंकज के चाचा लगने वाले दिनेश सिंह ने कहा कि ग्रामीण अपने मंत्री बेटे का स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रही है. स्वागत की तैयारियां जोरों पर है. हालांकि भाभी मां के निधन पर थोड़ा माहौल गमगीन हो गया है. पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में बात करते हुए पंकज सिंह के पड़ोसी संजीव सिंह ने बताया कि उनका परिवार बहुत ही शानदार और सहयोगी रहा है.
“पंकज का गांव के लोगों से बहुत लगाव रहा है, उनके मंत्री बनने पर हम सभी को गर्व है. पंकज गांव में सभी के रोल मॉडल हैं. उनके स्वास्थ्य मंत्री बनने पर पूरा गांव खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है.”- दिनेश कुमार सिंह, पड़ोसी।

✓ *__बिहार में अपराधियों ने जमीन कारोबारी को गोलियों से भूना, घटनास्थल से तीन खोखा बरामद_*

मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण में एक बार फिर से अपराधियों का तांडव देखने को मिला है. जिला के बंजरिया थाना क्षेत्र में बेखौफ अपराधियों ने एक जमीन कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक की पहचान बंजरिया थाना क्षेत्र के अगरवा गांव के रहने वाले कृष्णा सहनी के रूप में हुई है.
मोतिहारी में जमीन कारोबारी की हत्या : बताया जाता है कि कृष्णा सहनी बाइक से अपने घर लौट रहे थे. उसी दौरान पचरुखा के पास पहले से घात लगाये बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार दी. गोली लगने से जख्मी कृष्णा सहनी की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. पुलिस ने घटनास्थल से गोली का तीन खोखा बरामद किया है।
मेनरोड पर अपराधियों ने बरसायी गोलियां : मिली जानकारी के अनुसार, कृष्णा सहनी जमीन के कारोबार से जुड़े हुए थे. वह हरसिद्धि थाना क्षेत्र में किसी काम से गए थे. पचरुखा के पास मेनरोड पर पहले से घात लगाए दो अपराधियों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और फरार हो गए.
अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया : गोली लगने के बाद कृष्णा सहनी बाइक से गिर गए. इधर गोली की आवाज सुनकर आस पास के लोग दौड़कर आए और घटना की सूचना पुलिस को दी. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
‘हरसिद्धि से लौटते समय बाइक सवार अपराधियों ने कृष्णा सहनी की गोली मारकर हत्या कर दी. प्रथम दृष्टया पैसे के लेन देन को लेकर पुराने झगड़ा में घटना घटित होना प्रतित हो रहा है. घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है. घटनास्थल से गोली के तीन खोखा को बरामद किया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. जो भी आरोपी इसमें शामिल होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”- शिवम भाखर, डीएसपी, सदर।

✓ *_बिहार में 10वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या, मैट्रिक परीक्षा में नकल कराने से किया था इनकार_*

रोहतास: बिहार के सासाराम में मैट्रिक परीक्षा में नकल कराने से मना करने पर एक छात्र ने दूसरे छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद गुस्साए लोगों नेशनल हाईवे बंद करके जमकर हंगामा किया है. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है.
मैट्रिक के छात्र की हत्या: दिल दहलादेने वाली ये घटना धौदाड़ थाना क्षेत्र की है. मृतक छात्र अमित कुमार डेहरी के शंभू बिगहा के रहने वाले मनोज यादव का पुत्र था. ये मामला सासाराम के संत अन्ना हाई स्कूल का है. यहां 10वीं के एग्जाम चल रहे थे. बताया जाता है कि परीक्षा के दौरान नकल नहीं करने दी गई तो वे भड़क गए.
मारपीट में एक छात्र घायल: परीक्षा समाप्त होने के बाद बिहार के रोहतास में धौडाढ़ थाना क्षेत्र के ताराचंडी के पास छात्रों के दो गुटों में मारपीट एवं फायरिंग हो गई. जिसमें गोली लगने से 16 वर्षीय अमित कुमार को गोली लगी. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जबकि एक अन्य छात्र संजीत कुमार घायल हो गया. पुलिस ने हथियार के साथ नाबालिक छात्र को निरुद्ध किया है.
छात्र की मौत से तनाव: छात्र की मौत के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और लोगों में काफी गुस्सा है. गुस्साएं लोगों ने डेहरी मुफस्सिल थाना के सुअरा के पास हाईवे को जाम कर दिया और हंगामा शुरू कर दिए। सड़क पर आगजनी भी की गई है. डेहरी के एएसपी कोटा किरण कुमार भी मौके पर पहुंचे और सड़क जाम को हटाने का प्रयास कर रहे हैं.
“एक छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. निरुद्ध किये गए लड़के के पास से पिस्तौल भी बरामद हुआ है. मृतक अमित के सहपाठियों ने बताया कि गोली मारने वाला लड़का उसका बैचमेट है.जिसने इस घटना को अंजाम दिया है.” -कोटा किरण कुमार (एएसपी) डेहरी।

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