होली की खुशी न हो बदरंग , लगाए प्राकृतिक रंग : डॉ. अभिषेक सिंह
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होली की खुशी न हो बदरंग , लगाए प्राकृतिक रंग : डॉ. अभिषेक सिंह
शंकरगढ़ में शांतिपूर्वक ढंग से होली मनाने की अपील
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो चीफ सतीश द्विवेदी की ख़ास रिपोर्ट प्रयागराज
शंकरगढ़ /प्रयागराज । शंकरगढ़ सहित पूरे देश में 14 मार्च को होली का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा । इस दौरान लोग एक दूसरे को रंग गुलाल लगाने के साथ ही केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग करने के साथ ही दूसरी तरह के रंगों का इस्तेमाल भी करते हैं ,कुछ लोग ऑयल पेंट से भी होली खेलते हैं ऐसे में ऑयल पेंट और केमिकल युक्त रंग से होली खेलने पर इसका सीधा असर हमारी त्वचा और शरीर पर पड़ता है । केमिकल युक्त रंग और ऑयल पेंट से शरीर और त्वचा को कैसे बचाया जा सकता है ,जिससे हमारी त्वचा मुलायम और सॉफ्ट बनी रहे । केमिकल युक्त रंगों का शरीर और त्वचा पर किस तरह के प्रभाव पड़ते हैं , इस बारे में शंकरगढ़ के वरिष्ठ संवाददाता से बातचीत करते हुए शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अभिषेक सिंह ने कुछ खास टिप्स बताए हैं, जिससे केमिकल युक्त रंग के प्रभाव से बचा जा सकता है । शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अभिषेक सिंह ने बताया कि आप सुरक्षित रहें और सुरक्षित तरीके से होली खेले ,होली के समय सबसे ज्यादा दिक्कत केमिकल युक्त रंगों से होती है ,केमिकल युक्त रंगों का प्रभाव त्वचा के साथ ही पूरे शरीर पर पड़ता है । केमिकल युक्त रंगों के प्रभाव से आंखों में जलन के साथ ही अस्थमा और दमा के पेशेंट को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है । केमिकल युक्त रंगों के प्रभाव से शरीर में खुजली जलन रेशेस दाने उभरना लाल चकते होना केमिकल युक्त रंगों का प्रभाव शरीर पर ज्यादा होता है । पानी निकलने जैसी समस्या भी देखने को मिलती है , वैसे तो होली में इन सब चीजों से बचना चाहिए पेंट वार्निश और केमिकल युक्त रंगों से बचकर होली खेलनी चाहिए । केमिकल युक्त रंगों में लेड कैडमियम और बारीक शीशा भी मिलाया जाता है ,ऐसे में केमिकल युक्त रंगों से बचकर हर्बल कलर के रंग और गुलाल से होली खेलनी चाहिए । कुल मिलाकर ऐसी रंगो से बचना चाहिए जो शरीर के लिए नुकसानदायक है । और शांतिपूर्वक ढंग से होली खेलने की अपील की ।