गोरखपुर की तरह अयोध्या व कानपुर में भी बनेगा रिंग रोड, सीएम योगी आदित्यनाथ ने एनएचएआइ दिया प्रस्ताव बनाने का निर्देश।
1 min readगोरखपुर की तरह अयोध्या व कानपुर में भी बनेगा रिंग रोड, सीएम योगी आदित्यनाथ ने एनएचएआइ दिया प्रस्ताव बनाने का निर्देश।
AIN भारत न्यूज़ मंडल प्रभारी गोरखपुर, नागेश्वर चौधरी
अयोध्या एवं कानपुर में भी गोरखपुर की तरह आउटर रिंग रोड बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की चेयरपरसन अलका उपाध्याय को इसके लिए प्रस्ताव बनाने को कहा है। चेयरपर्सन ने इस पर सहमति जताते हुए बताया था कि दोनों शहरों में रिंग रोड बन जाने से इन शहरों में यातायात का दबाव तो कम होगा ही समय की भी बचत होगी।एनएचएआइ चेयरपर्सन ने 14 जुलाई को मुख्यमंत्री से गोरखनाथ मंदिर में मुलाकात की थी। वह लखनऊ-गोरखपुर फोरलेन का निरीक्षण करते हुए गोरखपुर पहुंची थीं। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें एनएचएआइ के कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। विकास में सड़कों की भूमिका पर बातचीत के क्रम में एनएचएआइ चेयरपर्सन ने गोरखपुर रिंग रोड की चर्चा करते हुए बताया था कि जगदीशपुर से कालेसर और कालेसर से जंगल कौड़िया तक रिंग रोड पूरा हो चुका है।शहर की सड़कों से की जाएंगी रिंग की कनेक्टिविटी
जंगल कौड़िया से जगदीशपुर तक निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा। रिंग रोड बन जाने से शहर के किसी भी हिस्से से आसानी से मुख्य मार्ग पर पहुंचा जा सकेगा। भारी वाहनों को शहर में आने की जरूरत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने गोरखपुर की तर्ज पर कानपुर एवं अयोध्या में भी रिंग रोड बनाने को कहा, जिस पर चेयरपर्सन ने प्रस्ताव तैयार कराने की बात कही।तराई एक्सप्रेस वे के रूप में होगा गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस वे
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस वे की प्रगति के बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि जल्द ही सर्वे पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि इस एक्सप्रेस वे को अयोध्या-लखनऊ की बजाय तराई के जिलों से गुजारा जाए। इससे इन पिछड़े जिलों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री के सुझाव के बाद चेयरपरसन ने एक्सप्रेस-वे के एलाइनमेंट में परिवर्तन पर सहमति दी है। इस एक्सप्रेस वे को संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच आदि जिलों से गुजारने के लिए सर्वे किया जाएगा। इससे इन जिलों का विकास तेजी से हो सकेगा और पर्यटन की दृष्टि से संभावनाएं भी बढ़ेंगी।