मां की ममता और आशीर्वाद पाने वाला व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है पंडित विमल शास्त्री।

मां की ममता और आशीर्वाद पाने वाला व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है पंडित विमल शास्त्री।
डुमरियागंज क्षेत्र के पड़िया गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन रही श्रोताओं की भारी भीड़
सिद्धार्थनगर ब्यूरो सूरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट
सिद्वार्थनगर जिले के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के पड़िया गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन बुधवार की रात पंडाल में देर रात तक श्रोताओं की भीड़ जुटी रही। इस दिन कथावाचक पंडित विमल शास्त्री ने सत्संग के महत्व की कथा का रसपान श्रद्धालुओं को करवाया। कथा को गति देते कथावाचक पंडित विमल शास्त्री ने कहा कि दुनिया के हजारों सुख साधन सत्संग के सामने तुच्छ है। सत्संग का अर्थ सत्य का संग है। अपने कर्मो से विमुख होने वाला व्यक्ति दीनहीन होकर रोता नजर आता है। सभी मनुष्यों को सत्संग करना चाहिए, क्योंकि जिसके जीवन में सत्संग नहीं है। उनके जीवन का उद्वार कभी नहीं हों सकता। कथावाचक ने कहा कि मां की ममता और आर्षीवाद पाने वाला व्यक्ति बहुत भाग्यषाली होता है। मां जिनके करीब होती हैं वह बड़ा भाग्यशाली होता है। मां से विमुख होने वाला व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता है। आज के परिवेश से लोग आधुनिकता के दौर में भागे चले जा रहे हैं। जबकि जो भी सांसारिक सुख व्यक्ति को प्रदान हुआ है वह भगवान की कृपा से ही संभव हो सका है। जिसे मनुष्य को हमेशा स्मरण करते रहना चाहिए। इस दौरान गोपाल पाण्डेय, धर्मजीत पाण्डेय, अमरजीत, राहुल, सत्यदेव पाण्डेय, जगदम्बा पाण्डेय, बुद्धि सागर पाण्डेय आदि उपस्थित रहे