शिव पार्वती विवाह का प्रसंग पंडित राकेश शास्त्री ने दर्शकों को सुनाया।

शिव पार्वती विवाह का प्रसंग पंडित राकेश शास्त्री ने दर्शकों को सुनाया।
डुमरियागंज नगर पंचायत के रामलीला मैदान परिसर में श्रीमद्भागवत कथा का दूसरे दिन मौजूद रहे भक्तों की भीड़
सिद्धार्थनगर ब्यूरो सूरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट
सिद्वार्थनगर जिले के डुमरियागंज नगर पंचायत के रामलीला मैदान के परिसर में शनिवार की रात में चल रहे संगीतमयी श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा प्रवचन सुनने के लिए देर रात तक दर्षको की भारी भीड़ जुटी रही इस दिन कथावाचक पंडित राकेश शास्त्री ने भगवान शिव और पार्वती विवाह का प्रसंग दर्षको को सुनाया। जिसे सुनकर पंडाल में मौजूद दर्षक मंत्रमुग्ध हो गए। कथा को गति देते हुए कथावाचक पंडित राकेष शास्त्री ने कहा कि जब भगवान शिव और पार्वती का विवाह होने वाला था, तो एक बड़ी सुंदर घटना हुई। उनकी शादी बहुत ही भव्य पैमाने पर हो रही थी। इससे पहले ऐसी शादी कभी नहीं हुई थी। शिव,जो दुनिया के सबसे तेजस्वी प्राणी थे,एक दूसरे प्राणी को अपने जीवन का हिस्सा बनाने वाले थे। उनकी शादी में बड़े से बड़े और छोटे से छोटे लोग शामिल हुए। सभी देवता तो वहां मौजूद थे ही, साथ ही असुर भी वहां पहुंचे। आम तौर पर जहां देवता जाते थे, वहां असुर जाने से मना कर देते थे और जहां असुर जाते थे, वहां देवता नहीं जाते थे इस दौरान मुख्य जजमान शिव प्रसाद सोनी, चंचल अग्रहरि,आयोजक अशोक अग्रहरि, संतोष सोनी,शिवम तिवारी, भोला सोनी,सत्य प्रकाश अग्रहरि,चंदन, बलेसर यादव,आदि लोग मौजूद रहे