डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर मांओ ने पुत्रों के मंगल की कामना
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डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर मांओ ने पुत्रों के मंगल की कामना
पीडीडीयू नगर( चंदौली), लोक आस्था का पर्व छठ पूजा जो आज पूरे विश्व में पूरी आस्था के साथ मनाया जा रहा है जिसमें मांए अपने पुत्रों के मंगल कामना के लिए 36 घण्टे तक निराजल रहकर व्रत रहती हैं।
हिंदू धर्म में जहां हमेशा उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं, वहीं लोक आस्था के इस पर्व में डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं तत्पश्चात दूसरे दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत को अगले वर्ष के लिए विराम देते हैं।
विडंबना तो यह है कि भारतीय जनमानस में एक नारी हमेशा ही अपनी चिंता न करके परिवार की कामना के लिए कई व्रत रखती है, पति के लिए तीज व करवाचौथ तथा पुत्रों के लिए जीवितपुत्रिका व छठ माता का।
माता एक नारी होते हुए भी अपनी पुत्रियों के लिए कोई व्रत नहीं रखती जबकि नारी ही इस जगत की आधार है, नारी के बिना जीवन संभव ही नहीं है।
आज छठ के महापर्व पर नगर के मानसरोवर, राममंदिर,अलीनगर, दामोदर दास, रामजनकी मठ, आर पी एफ कालोनी के सरोवर व तालाबो सहित चंदौली के साह जी के पोखरे, चकिया में कालीजी के पोखरे सकलडीहा के पोखरे के साथ साथ जनपद विभिन्न सरोवर, पोखरे, तालाबो केअलावा पूरी मुस्तैदी के जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के साथ साथ नागरिक सुरक्ष। के लोग भी पूरी मुस्टैडी के साथ डटी हुई थी।
AIN भारत news हंसराज शर्मा mgs
