आजादी के सबरंग महोत्सव में लोक कलाकारों ने जमाया रंग
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आजादी के सबरंग महोत्सव में लोक कलाकारों ने जमाया रंग
दर्शकों की तालियां गूंजी लोक एवं जनजातीय कलाकारों के संग
लखनऊ
उमेश चंद सोनी
प्रयागराज। लोक जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान और जैन विद्या शोध संस्थान व अयोध्या शोध संस्थान की ओर से विश्व नृत्य दिवस पर आजादी के सबरंग-लोक एवं जनजाति कलाकारों के संग समारोह का आयोजन हुआ।
आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन गोमती नगर स्थित जैन विद्या शोध संस्थान के सभागार में हुआ। कार्यक्रम में लोक एवं जनजाति प्रदेश की लोक संस्कृतियों के मनमोहक रंग पेश किये। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डोमकच लोक नृत्य , अवधि, थारू, देशभक्ति नृत्य नाटिका सुश्री सोनाली चक्रवर्ती की प्रस्तुति, सांवरिया संस्थान प्रयागराज से लोक कलाकार वेदानंद विश्वकर्मा डोमकच लोक नृत्य के बारे में बताते हैं कि यह लोक नृत्य विवाह नृत्य के भी नाम से जाना जाता है प्रमुख वाद्य यंत्र शहनाई एवं मांदर की थापोंपर आदिवासी जन जाति के लोक कलाकार झूम झूम कर नाचते गाते हैं इस अवसर पर बच्चों के बीच भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के भूले-बिसरे नायक विषयक निबंध प्रतियोगिता और आजादी के नायकों पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता हुई। जिसमें छात्र-छात्राओं ने खूब उत्साह दिखाया। कार्यक्रम में पधारे उन्नयन एवं प्रोत्साहन में लगे विनय श्रीवास्तव संस्कृति विभाग निदेशक लोक एवं जनजाति कला , आनंद कुमार विशेष सचिव , शिशिर निदेशक संस्कृति विभाग ,मुकेश कुमार मेश्राम प्रमुख सचिव ,गौरव पाठक प्रभारी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र द्वारा लोक कलाकारों को सम्मानित एवं चित्रकला में विजयी हुए प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अल्का निवेदन ने किया।