नौनिहालों से मंगवाया जा रहा भीख प्रसासन खामोश

नौनिहालों से मंगवाया जा रहा है भीख
संजीत कुमार की खास रिपोर्ट लालापुर प्रयागराज
लालापुर प्रयागराज।।क्षेत्र में नीबी,लोहगरा तथा कपारी गांवो में बसे मदारी जोकि सांपों को पालकर उनसे अपनी आजीविका चलाते हैं। बारात आदि अन्य शुभ अवसरों पर भी बीन आदि बजाकर धन कमाते हैं लेकिन अपने बच्चों पर ध्यान नहीं देते। जबकि केन्द्र सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में पुस्तक,ड्रेस, जूते, बैग तथा मिड्डे मील के तहत भोजन भी निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही छात्रवृत्ति भी दिए जाने की व्यवस्था है।इसके अलावा प्रति राशन कार्ड पर पांच किलो खाद्यान्न भी दिया जाता है। इतना सब होते हुए भी आखिर ये लोग क्यों अपने बच्चों को शिक्षित करना नही चाहते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये संपेरे दारू पीने में अपनी कमाई का दो तिहाई हिस्सा बर्बाद कर देते हैं, सरकारी आवास योजना का लाभ भी प्राप्त हो गया है, अब कौन सी चिंता है? लोहगरा, शंकरगढ़ बाजार और रेलवे स्टेशन पर भी इनके बच्चे नाचते गाते हुए देखे जा सकते हैं और भीख मांगकर पान मसाला, फ्राइड चिकन खाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन्हे भीख देना इनके मनोबल को बढ़ाने से अधिक कुछ नहीं है बल्कि भिक्षा मांगने की प्रवृत्ति को बल मिलता रहेगा, इसलिए इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाए जाने से देश समृद्ध और सम्पन्न होगा। भिक्षाटन को हर हाल मे रोकने की कोशिश करने की आवश्यकता है।