खामेमि सव्वे जीवा, सव्वे जीवा खमन्तु मे:- मुनिराज विराटसागरजी सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम में विधायक जैन सहित गणमान्यजनो ने की शिरकत
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खामेमि सव्वे जीवा, सव्वे जीवा खमन्तु मे:- मुनिराज विराटसागरजी
सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम में विधायक जैन सहित गणमान्यजनो ने की शिरकत
आराधना भवन मार्ग बनेगा आचार्य जिनेश्वर सूरी मार्ग, सभापति दीलिप माली ने की घोषणा
AINभारतNEWS से राजस्थान स्टेट ब्यूरो अशरफ मारोठी की खास खबर
बाड़मेर स्थानीय जैन श्रीसंघ, बाड़मेर की ओर से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जैन धर्म के सबसे प्रमुख पर्व पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के दौरान मनाये जाने वाले सांवत्सरिक क्षमापना के बाद रविवार को सामूहिक क्षमापना दिवस कार्यक्रम श्री जिन कान्तिसागरसूरी आराधना भवन में मुनिराज श्री विराटसागरजी मसा व साध्वी श्री नीतिगुणाश्रीजी मसा आदि ठाणा पावन निश्रा व राज्य गौसेवा आयोग अध्यक्ष व बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ ।
जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के महामंत्री किशनलाल वडेरा ने बताया कि सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम का आगाज अहिंसा के अवतार, वीतराग परमात्मा महावीर स्वामी की प्रतिमा के समक्ष दीप-प्रज्ज्वलन से हुआ । तत्पश्चात् सुधर्मा पाट पर विराजमान साधु-साध्वी भगवन्तं को सामूहिक गुरूवन्दन किया गया । कार्यक्रम के आगाज में जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के अध्यक्ष एडवोकेट अमृतलाल जैन ने स्वागत उद्बोधन में क्षमा की महिमा बताई और श्रीसंघ द्वारा जाने-अनजाने में हुई भूलों के लिए सकल संघ से क्षमायाचना की तथा सकल संघ का स्वागत-अभिनन्दन किया ।
कार्यक्रम में अचलगच्छ जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष डॉ. गुलाबचंद वडेरा, तेरापंथ धर्मसभा के गौतम बोथरा, डॉ. रणजीतमल मालू, स्थानक श्रावक संघ के जितेन्द्र बांठिया, दिगम्बर जैन समाज के पारस गंगवाल, अनिता सिंघवीं, डॉ. मुकेश बरडिया, डॉ. मांगीलाल बोहरा सहित कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी । वहीं सोनू वडेरा ने गीत एवं मुकेश बोहरा अमन ने कविता के माध्यम से क्षमा की महिमा और जीवन में उपयोगिता बताई ।
राज्य गौसेवा आयोग अध्यक्ष व बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि हमें अपने संस्कारों के प्रति सजग रहने की जरूरत है । वर्तमान के दौर में युवा पीढ़ी भटक रही है, उन्हें सही राह दिखाने की जरूरत है । वहीं समाज में हो रहे दिखावों व फिजूल खर्च पर भी रोक की आवश्यकता है । जैन ने सभी साधर्मिक बन्धुओं से मिच्छामि दुक्कड्म करते हुए कहा कि साल भर से मेरे हुई भूलों व गलतियों के लिए आप मुझे क्षमा प्रदान करें । वही विधायक महोदय ने खरतरगच्छ संघ के निवेदन पर आराधना भवन के मार्ग का नामकरण आचार्य जिनेश्वरसूरी मार्ग से करने का आश्वासन दिया ।
नगर परिषद, बाड़मेर के सभापति दिलीप माली ने कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए से उपस्थित सज्जनों से साल भर के दौरान हुई त्रुटियों व भूलों के लिए क्षमायाचना व मिच्छामि दुक्कड्म किया । तथा विधायक महोदय के आश्वासन बाद आराधना भवन के मार्ग का नामकरण आचार्य जिनेश्वरसूरी मार्ग से करने की घोषणा की । जिसका जैन समाज के लोगों ने जोरदार स्वागत किया और धन्यवाद ज्ञापित किया ।
कार्यक्रम में मुनिराज श्री विराटसागरजी मसा ने कहा कि हमारे शास्त्रों में क्षमा की महिमा का वर्णन बहुत ही गहराई से किया गया है । शास्त्रकारों ने व्यक्ति के जीवन में होने वाली भूलों अथवा गलतियों के लिए पश्चाताप की भी पूर्ण व्यवस्था की है । मुनिराज ने कहा कि हम प्रति सप्ताह, प्रति पाक्षिक, प्रति तिमाही, प्रति छमाही अथवा प्रति साल भूलों अथवा त्रुटियों के लिए क्षमायाचना कर सकते है । जैसा शास्त्रों में कहा गया है कि खामेमि सव्वे जीवा, सव्वे जीवा खमन्तु मे अर्थात् मैं सभी जीवों को क्षमा प्रदान करता हूं और सभी जीव मुझे क्षमा प्रदान करें ।
साध्वी श्री नीतिगुणाश्रीजी मसा ने कहा कि संसार का हर कार्य हम जोरदार कर लेते है । जैसे – कोई भी आयोजन हो हम उसे भव्य और जोरदार करने में लग जाते है । लेकिन भीतर की आत्मा के लिए कुछ भी जोरदार नही कर रहे है । अपने संस्कारों के लिए कुछ भी प्रयास नही कर रहे है । हमें अपनी आत्मा को निर्मल बनाना है । यही से हमारा और समस्त जगत का कल्याण प्रारम्भ होगा ।
कार्यक्रम का संचालन जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के महामंत्री किशनलाल वडेरा ने किया । इस दौरान श्री महावीर स्वामी जिनालय महावीर वाटिका का वार्षिक चढ़ावा बोला गया । जिसमें सुमधुर संगीतकार अशोक बोथरा ने अपनी भूमिका निभाई । इस दौरान जैन श्रीसंघ उपाध्यक्ष गौतमचन्द बोहरा, कोषाध्यक्ष सम्पतराज मालू, डॉ. बंशीधर तातेड़, खरतरगच्छ चातुर्मास समिति अध्यक्ष प्रकाश चन्द संखलेचा, अचलगच्छ संघ उपाध्यक्ष अमृतलाल गोठी सहित जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के ट्रस्टी गण व जैन समाज के गणमान्य नागरिक, माताएं-बहिनें उपस्थित रही।