12 साल से फरार वांटेड को पकड़ने कॉस्टेबल बना व्यापारी:10 दिन पंजाब रहकर की रेकी; पकड़ा तो ग्रामीणों ने किया विरोध
1 min read12 साल से फरार वांटेड को पकड़ने कॉस्टेबल बना व्यापारी:10 दिन पंजाब रहकर की रेकी; पकड़ा तो ग्रामीणों ने किया विरोध
बाड़मेर
पंजाब गांव से पकड़ा आरोपी, ग्रामीणों ने जताया विरोध।
आबकारी मामले में 12 साल से फरार आरोपी को पकड़ने के लिए कॉन्स्टेबल ने पंजाब में पहले 10 दिन अनाज व्यापारी बनकर वहां पर रेकी की। इसके बाद आरोपी को पकड़ने अकेला पहुंच गया। गांवों वालों के विरोध के बावजूद कॉन्स्टेबल ने आरोपी को दबोच लिया।
आरोपी बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी थाने का वांटेड है। कॉन्स्टेबल मोहनलाल आरोपी को बाड़मेर ले आया। शनिवार को बाड़मेर पुलिस और जोधपुर आईजी ने बहादुर पुलिसकर्मी को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। मामले में एक वीडियो भी सामने आया है।
आबकारी मामले में वांटेड था
गुड़ामालानी थाने में 22 जनवरी 2012 में आबकारी अधिनियम का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में वांटेड आरोपी इंद्रजीत सिंह निवासी सोतल बाबा पुलिस थाना सिंगभगवन्तपुरम जिला रूपनगर पंजाब 12 साल से पकड़ में नहीं आ रहा था।
एसपी नरेंद्र सिंह मीना के मुताबिक गुड़ामालानी थानाधिकारी मुक्ता पारीक के नेतृत्व में थाने का कॉन्स्टेबल मोहनलाल ने आरोपी के बारे जानकारी जुटा कर पंजाब भेजा गया। मोहनलाल ने करीब 10 दिन तक पंजाब में रहकर अनाज का व्यापारी बनकर आरोपी के निवास स्थान व आने-जाने के ठिकानों का पता लगाया। फरार आरोपी इंद्रजीत सिंह पुत्र सुरमुखसिंह को उसके गांव में दबोच लिया।
कांस्टेबल को किया प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित।
कांस्टेबल को किया प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित।
एसपी नरेंद्र सिंह मीना के मुताबिक कॉन्स्टेबल ने अपनी जान की परवाह किए बिना 12 साल से फरार आरोपी को अकेले उसके गांव से पकड़कर सराहनीय कार्य किया। जोधपुर रेंज व जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से प्रशंसा पत्र देकर हौसला अफजाई की गई।
गांव वालों ने विरोध किया, लेकिन बहादुरी दिखाते हुए छोड़ा नहीं
कॉन्स्टेबल मोहनलाल ने गांव से आरोपी इंद्रजीत सिंह को दबोचा, लेकिन ग्रामीणों ने पकड़ने के बाद विरोध किया। इस दौरान कॉन्स्टेबल ने गांव वालों से आरोपी को पकड़े हुए समझाइश भी की। इस दौरान ग्रामीणों काफी बहसबाजी के बाद ग्रामीण माने और आरोपी को ले जाने दिया।