महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक संपन्न ।
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महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक संपन्न ।
शहडोल मध्य प्रदेश
कलेक्टर वंदना वैद्य ने जिले के सभी सुपरवाइजर को को निर्देशित किया कि अति कुपोषित बच्चे एवं माध्यम कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर उसका ख्याल रखना यह बहुत ही पुण्य एवं पवित्र काम है और हम सबकी जिम्मेदारी है कि बच्चों को कुपोषण मुक्त करने प्रभावी प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सभी आंगनवाड़ी सुपरवाइजर अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर अति कुपोषित बच्चे एवं मध्यम कुपोषित बच्चों को चिन्हित करके पोषण पुनर्वास केंद्र भर्ती कराएं तथा जब तक वह ठीक नहीं हो जाते तब तक उनका देखरेख करें तथा जब वह अति कुपोषित बच्चा पोषण पुनर्वास केंद्र में रहकर ठीक हो जाए तथा डिस्चार्ज होकर वह घर वापस जाए तो समय-समय पर उन्हें दूरभाष के माध्यम से उस बच्चे के संबंध में जानकारी भी प्राप्त करते रहें और आवश्यकतानुसार उनका फालोअप भी करें। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि हमारे जिले में कोई भी बच्चा कुपोषण से ग्रसित न हो, सभी बच्चे स्वस्थ एवं कुपोषणमुक्त हो। उक्त निर्देश कलेक्टर वंदना वैद्य आज कलेक्ट्रेट कार्यालय के विराट सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए।
बैठक में कलेक्टर ने अनमोल पोर्टल में पंजीयन की समीक्षा की। इस दौरान अति कुपोषित बच्चों की जानकारी संख्या के विरुद्ध अनमोल पोर्टल में 50 प्रतिशत से कम एंट्री होने पर सुपरवाइजर तिखवा, खन्नौधी एवं रसमोहनी के विरुद्ध नोटिस जारी के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को दिए। इस दौरान कलक्टर ने पोषण ट्रैकर ऐप पर फीडिंग की स्थिति की जानकारी ली। जिसकी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने माह मई-2022 में लिए गए वजन, लंबाई एवं ऊंचाई की परियोजनावार जानकारी दी।
बैठक में कलेक्टर ने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों की जानकारी के स्थिति की समीक्षा करते हुए सुपरवाइजर को निर्देशित किया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में का कोई भी बेड खाली नहीं होना चाहिए और समय-समय पर बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराएं। इस दौरान कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी बच्चों पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर उनकी मॉनिटरिंग भी करें तथा माहवार रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर कार्यालय में भी भिजवाना सुनिश्चित करें, जिससे कुपोषित बच्चों के संदर्भित सेवाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त हो सके। बैठक में कलेक्टर ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत 2022-23 की लक्ष्य उपलब्धि की भी समीक्षा की तथा कार्य में और ज्यादा प्रगति लाने के निर्देश दिए, जिससे हर एक लाड़ली लक्ष्मी कन्या को इस योजना का लाभ मिल सके तथा कोई भी पात्र हितग्राही इस योजना से वंचित ना रहे। इस दौरान कलेक्टर ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत लाड़ली बालिकाओं के समग्र एंट्री की स्थिति की भी समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा पोर्टल में लाड़ली बालिकाओं का सत्यापन की स्थिति की समीक्षा की तथा शत-प्रतिशत शिक्षा पोर्टल में एंट्री करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि पोर्टल में चिन्हांकित लाड़ली तथा शिक्षा पोर्टल पर सत्यापित लाडली का अलग-अलग दस्तावेज सत्यापित कर एंट्री कराया जाए। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की भी समीक्षा की तथा प्रगति लाने के निर्देश दिए।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग शालिनी तिवारी, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग मनोज लारोकर, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग आनंद राय सिन्हा, परियोजना अधिकारी जनपद पंचायत गोहपारू सतवंत कौर हूरा, अधिकार विभाग के एम.एस. अंसारी सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।