नंदगंज रेलवे स्टेशन पर बंदरों का जमावड़ा , यात्री और बाजारवासी परेशान।
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- नंदगंज रेलवे स्टेशन पर बंदरों का जमावड़ा , यात्री और बाजारवासी परेशान।
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आबिद शमीम
नंदगंज(गाजीपुर)। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर बन्दरों का डेरा लगा हुआ है।दिन भर नंदगंज बाजार में घूमते रहते है फिर रात में सभी स्टेशन पर जा कर इक्कठा हो जाते है। बंदरों के डर से अब लोग अपने घर के छतों पर नहीं जा रहें है। घर की महिलाए गेहूं धोकर छत पर सुखाने के लिए डालती है तो बंदर का झुंड आकर उसे इधर उधर झीट दे रहे है और खा जा रहे है जिससे लोग मजबूर होकर
बाजार से पीसा हुआ आटा खरीदना पड़ रहा है इतना ही नही अपने छत और बालकनी पर सूखने के लिए कपड़े डाल रही है उसे भी फाड़ दे रहे है।बंदर घर के किचन में घुसकर समान नुकसान कर दे रहे है।सुबह से शाम तक धमाल चौकड़ी करने के बाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर यात्री शेड में बन्दरों का झुण्ड आकर पूरी रात बैठ जाते है और नीचे बैठने के लिये लगे बेंच व अन्य जगहों पर मल मूत्र करके गंदा कर देते है। फलस्वरूप ब्रेंच पर बैठना तो दूर, बदबू के कारण वहां खड़ा होना भी मुश्किल हो जाता है।क्युकी नन्दगंज रेलवे स्टेशन पर सुबह साढ़े चार बजे से सात बजे के बीच प्रतिदिन तीन पैसेंजर गाड़ियों को पकड़ने के लिये दूर के यात्री सुबह 4 बजे से ही स्टेशन पर आना शुरु कर देते है। रेलवे स्टेशन पर आने के बाद मजबूरी में नाक बन्द करके अगल बगल खड़े होकर उन्हें ट्रेन का इंतजार करना पड़ता हैऔर उनके अंदर बंदर का भय बना रहता है। बन्दर लोगो को दौड़ाने के साथ अनेक लोगो को काट कर जख्मी भी कर चुके है। जिससे महिलाएं तथा बच्चे ज्यादा प्रभावित होते है। बाजार में भी दर्जनों लोगों को काट चुके है। प्रतिदिन सुबह-सुबह बाजार में करीब चार पांच सौ बन्दरों का झुण्ड दो ग्रुप में बाजार की सड़क तथा छतों पर उछल कुंद मचाना शुरु कर देते है और आपस में भी लड़ते झगड़ते रहते है। इन बन्दरों की टोली में छोटे छोटे बन्दरों की संख्या अधिक है। सुबह और शाम बंदरो का झुंड बाजार की सड़क व छतों पर इधर उधर घूमते रहते है। क्षेत्र के लोगों द्वारा वन्य विभाग के कर्मचारियों से अनेकों बार मौखिक तथा लिखित रुप से बन्दरों के आतंक से अवगत कराया गया। लेकिन उनके द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया । बाजार में ठेले पर लगे समानों को बन्दर झपट्टा मारकर उठा ले जा रहे है। जिससे ठेला पर बेचने वाले फल व सब्जी व्यवसायी भी परेशान है। इस समय नंदगंज में बन्दरों की संख्या करीब पांच सौ से ऊपर हो गयी है। इसी प्रकार रेलवे स्टेशन पर भी सुबह ट्रेनों से आवागमन करने वाले यात्रियों को भी परेशान करते रहते हैं। रेलवे विभाग के लोग भी कुछ नहीं कर रहें है। स्टेशन कर्मियों से कुछ कहने पर बस कहते है कि विभाग के अधिकारियों को रेलवे स्टेशन पर बन्दरों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी और यात्री पर हमला करने की जानकारी दे दी गयी है। क्षेत्र के नागरिकों व प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्रियों ने जिला प्रशासन व वन्य विभाग के अधिकारियों से बन्दरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है । जिससे नगरवासी एवं यात्रियों को राहत मिल सके।