शंकरगढ़ में संविदाकर्मी चिकित्सक की खबर प्रकाशित करने पर मिल रही धमकियां
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शंकरगढ़ में संविदाकर्मी चिकित्सक की खबर प्रकाशित करने पर मिल रही धमकियां
चिकित्सक द्वारा सत्ता पार्टी के लोगों से फोन के द्वारा दिलवा रहा धमकियां : भाग तीन ?
शंकरगढ़(प्रयागराज) पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है जो सामाजिक कुरीतियों को उजागर करने व इसके उत्थान में अहम भूमिका निभाते हैं । लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारों की सुरक्षा के अभाव में आए दिन फर्जी मुकदमा में फसाने की धमकियां मिल रही हैं । स्थानीय संवाददाता द्वारा शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ संविदा कर्मी चिकित्सक कमीशन के चक्कर मे बाहर की दवा लिखने व एक्सपायरी डेट पर स्टीकर लगाकर बेचने के संबंध में खबर प्रकाशित की गई थी । पत्रकारिता जगत में नौ – दस सालों का तजुर्बा रखने वाले एक दैनिक अखबार के संवाददाता विकास पटेल ने कई अहम प्रकरणों का खुलासा करने के बाद इन दिनों मेडिकल स्टोर में सेटिंग्स करके कमीशनबाजी वाले चिकित्सकों के विरुद्ध एक मुहिम चलाई थी । जिसको लेकर जिलाचिकित्सा अधिकारी डॉ. एके तिवारी ने मामले को संज्ञान में लेकर एक टीम गठित कर जांच के निर्देश जारी किए हैं । जिसको लेकर संविदा कर्मी चिकित्सक आए दिन किसी न किसी सत्ता पार्टी नेताओं व दबंगों से फोन लगवाकर खबर न प्रकाशित करने को धमकियां दिलवाता रहता है । आरोप है कि इन सत्ता पार्टी के नेताओं व दबंगों को कहीं न कहीं संविदा कर्मी चिकित्सक द्वारा लाभ पहुचाया जा रहा है । क्योंकि शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन आते जाते हुए सत्ता पार्टी के नेताओं व दबंगों द्वारा इन संविदा कर्मी चिकित्सकों के बगल में बैठना कहीं ना कहीं संदेह के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है । जो संवाददाता को खुलेआम संविदा कर्मी चिकित्सक की खबर न प्रकाशित करने की धमकियां देते रहते हैं । अब देखना यह है कि संविदा कर्मी चिकित्सक की जांच पर आंच को लेकर सत्ता पार्टी नेताओं व दबंग इन चिकित्सक को बचाने के लिए कितना दबाव लगा पाते हैं । यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा । क्षेत्रीय लोगों में संवाददाता को मिली धमकी को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है वह लगातार सोशल मीडिया पर कार्रवाई को लेकर प्रशासन से अपील कर रहे हैं वहीं अन्य संवाददाताओं ने भी कार्रवाई को लेकर प्रशासन से मांग की है ।
रिपोर्ट-विकास पटेल
शंकरगढ़