खतरे के बिंदु से आधा मीटर ऊपर हुआ गंगा का जलस्तर, तटवर्ती इलाकों में प्रलयंकारी लहरों का कहर
1 min readखतरे के बिंदु से आधा मीटर ऊपर हुआ गंगा का जलस्तर, तटवर्ती इलाकों में प्रलयंकारी लहरों का कहर
वाराणसी। गंगा और वरुणा नदियों के तटवर्ती इलाकों में लगातार जलभराव के बीच पलायन जारी है। लगातार बढ़ रहा गंगा नदी का जलस्तर अब खतरा बिंदु दो दिन पूर्व ही पार करने के बाद रविवार की सुबह आठ बजे खतरे के निशान से ऊपर 71.77 तक जा पहुंचा है।जो खतरा बिंदु 71.26 मीटर के सापेक्ष आधा मीटर तक अधिक है। ऐसे में गंगा नदी का बढ़ता हुआ जलस्तर तटवर्ती इलाकों में तांडव मचा रहा है। वहीं मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि इस पूरे सप्ताह मानसूनी बादलों की सक्रियता और बारिश का दौर बना रह सकता है। ऐसे में बाढ़ का पानी ही नहीं बल्कि रह रहकर हो रही बरसात भी लोगों के लिए किसी आफत से कम नहीं है।
शाम तब बढ़ाव जारी : गंगा में रविवार की दोपहर 12 बजे भी जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की गति से बढ़ाव जारी था। दोपहर 12 बजे गंगा का जनलस्तर 71.81 मीटर तक जा पहुंचा है। गंगा मापन स्थल राजघाट में गंगा पहले ही चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर को पार कर खतरा बिंदु को 71.262 मीटर को दो दिन पूर्व ही पार कर चुकी है। अब तक गंगा का वाराणसी में उच्चतम बिंदु 73.901 मीटर रहा है। जबकि 24 घंटों में 6.8 मिमी तक बारिश भी दर्ज की गई है। गंगा में बढ़ाव का यही दौर जारी रहा तो सोमवार की दोपहर तक गंगा का जलस्तर खतरा बिंदु के ऊपर 72 मीटर तक जा पहुंचेगा।
सहायक नदियों में भी उफान : जिले में गंगा के साथ ही वरुणा नदी भी उफान पर होने से सौ से अधिक गांव प्रभावित हो चुके हैं। जबकि गंगा गोमती स्थल के संगम कैथी में भी अब गंगा का पानी गोमती में भी वरुणा के अलावा पलट प्रवाह की स्थिति पैदा कर रहा है। इसकी वजह से जौनपुर ही नहीं गोमती से सटे इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। जबकि गंगा का जलस्तर बांधों से पानी छोड़ने के अलावा पहाड़ों पर हो रही लगातार बरसात के बाद पानी मैदानी इलाकों में तांडव मचा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन तक बाढ़ से राहत नहीं मिलने वाली है। फिलहाल गंगा में एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे का बढ़ाव अब भी जारी है।
तटवर्ती इलाकों में पलायन : वरुणा नदी में पलट प्रवाह की वजह से तटवर्ती कालोनियों में दस दिनों से पानी भरना शुरू हुआ था जो अब तक जारी है। नए इलाके भी 24 घंटों में बाढ़ की जद में आ गए हैं। कई मोहल्लों में मकान का एक तल ही पूरी तरह पानी में समा चुका है। वहीं नगवां, ज्ञान प्रवाह आदि क्षेत्रों में गंगा का पानी तांडव मचा रहा है। बाढ़ का यह स्तर लगातार तटवर्ती इलाकों में तबाही मचा रहा है। निचले इलाके के सैकड़ों मकान पानी में डूब चुके हैं तो हजारों मकानों में गंगा का पानी प्रवेश कर लगातार बढ़ रहा है। बारिश का क्रम लगातार जारी रहा तो माना जा रहा है कि गंगा का पानी इस बार बाढ़ के नए रिकार्ड भी बना सकता है।