ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद में पोषणीयता के मामले आज आएगा जिला जज वाराणसी की अदालत का फैसला।
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वाराणसी
ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद में पोषणीयता के मामले आज आएगा जिला जज वाराणसी की अदालत का फैसला।
ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद में पोषणीयता के मामले में वाराणसी के जिला जज ए.के. विश्वेश की अदालत में बीते 24 अगस्त को सुनवाई पूरी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज वाराणसी की अदालत में मामले की पोषणीयता पर सुनवाई हो रही थी।
इस मामले में रूल 7/11 लागू होगा या रुल 6/11 लागू होगा इसी बात की है मुख्य बहस।
सिविल के अभी तक के मामलों में पोषणीयता पर हुई सुनवाई में सबसे लंबी सुनवाई हुई है इस मामले में।
21 दिन की सुनवाई के बाद बीते 24 अगस्त को इस मामले में जिला जज वाराणसी ए.के. विश्वेश ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मुस्लिम पक्ष ने अदालत में यह दावा किया था की ज्ञानवापी मस्जिद 1991 के वरशिप एक्ट से बंधी हुई है। इसीलिए यह मुकदमा सुनने योग्य नहीं है। इसके अलावा अदालत में मुगल काल से लेकर अन्य धार्मिक ग्रंथों का जिक्र किया गया।
मुस्लिम पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभय नाथ यादव पक्ष रख रहे थे उनकी असामयिक निधन के बाद शमीम अहमद,मेराजुद्दीन सिद्दीकी सहित अन्य लोगों ने इस मामले में अदालत में अंजुमन इंतजामिया कमेटी का पक्ष रखा। इस मामले में अंजुमन इंतजामिया कमेटी की ओर से एक और वकील योगेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ मधुबाबू भी शामिल किए गए थे। लेकिन वह किसी भी सुनवाई में शामिल नहीं हुए।
हिंदू पक्ष की ओर से वरिष्ठ वकील हरीशंकर जैन एवं विष्णु जैन सहित अन्य लोगों ने अदालत में पक्ष रखा। हिंदू पक्ष की ओर से अदालत में 1937 के दीन मोहम्मद केस का फैसला, 1937 में बीएचयू के प्रोफेसर एएस अलटेकर कि पुस्तक का रिफ्रेंस एवं वेद पुराण सहित अन्य धार्मिक ग्रंथों का भी जिक्र किया गया है।
आज यानी 12 सितंबर सोमवार को इस मामले में आएगा फैसला।
फैसला आने से पहले दोनों पक्षों ने आम जनमानस से अमन एवं शांति बनाए रखने की अपील की है। दोनों पक्षों ने कहा है कि जो भी फैसला आएगा वह हमें स्वीकार होगा। पर वाराणसी गंगा जमुनी तहजीब का शहर है। इसीलिए इसकी फिजा नहीं बिगड़नी चाहिए।
वही फैसले के मद्देनजर वाराणसी जिला प्रशासन एवं वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने सुरक्षा व्यवस्था की पूरी तैयारी कर ली है।
वाराणसी शहर में आईबी, एटीएस, एलआईयू सहित अन्य खुफिया विभागों ने अपना डेरा डाल लिया है। ज्ञानवापी एवं जिला कचहरी के आसपास सुरक्षा अत्यंत कड़ी कर दी गई है। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को छह सेक्टरों में बांट कर सुरक्षा व्यवस्था की योजना बनाई गई है। सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए सक्रियता बनाए रखें। जिले की सीमाओं पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है।
सोशल मीडिया सहित हर पोस्ट पर नजर रखी जा रही है कंट्रोल रूम से पूरे शहर की मॉनिटरिंग की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर ने काशी की जनता से अपील की है कि – “किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट के बहकावे में ना आएं जिससे धार्मिक उन्माद पैदा हो ऐसी चीजों की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को या अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट हर प्रकार से सुरक्षा के लिए तत्पर है।