पीएफआई’ पर बैन आंतरिक आतंकवाद पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’
1 min read‘पीएफआई’ पर बैन आंतरिक आतंकवाद पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ ! – चेतन राजहंस, सनातन संस्था
‘पीएफआई’ पर बैन, भारत की जिहादी प्रवृत्तियों के मुंह पर तमाचा है, जो भारत को ‘गजवा-ए-हिंद’ यानी ‘इस्लामिक स्टेट’ बनाने के सपने देखते हैं। मुस्लिम युवकों को भ्रमित कर ‘पीएफआई’ ने हिंदू लड़कियों का अपहरण कर ‘लव जिहाद’ की साजिश रचना, हिंदू नेताओं की हत्या करना, हिंदू विरोधी दंगे फैलाना आदि कई आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया। वर्ष 2047 में भारत को ‘इस्लामिक स्टेट’ बनाने के सपने को साकार करने के लिए उन्होंने ‘सीएए’, ‘एनआरसी’ जैसे राष्ट्रीय हित के कानूनों का हिंसक विरोध किया। भारत सरकार द्वारा ‘पीएफआई’ बैन होने से, भारत का इस्लामीकरण करने के उद्देश्य से चल रहे इस आतंकवादी आंदोलन पर आज अंकुश लग गया है। 29 सितंबर 2016 को प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश के सीमापार आतंकवाद पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी, ठीक छह साल आज उन्होंने आंतरिक आतंकवाद पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की है।
आपका विनम्र,
श्री. चेतन राजहंस,
राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था. संपर्क 7775858387