जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने किया कार्यभार ग्रहण, देव दीपावली की होगी पहली बड़ी चुनौती।
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जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने किया कार्यभार ग्रहण, देव दीपावली की होगी पहली बड़ी चुनौती।
गंगा में मुस्तैद रहेंगे एनडीआरएफ के जवान, बनाई गई 5 टीमें
वाराणसी: स्थान्तरित होकर काशी आए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने रविवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिए। इससे पहले उन्होंने काशी के कोतवाल कालभैरव मंदिर और बाबा दरबार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर व संकटमोचन मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने नवागंतुक जिलाधिकारी को अंगवस्त्रम व रुद्राक्ष की माला भेंट की। वाराणसी पहुंचने पर अन्य अधिकारियों ने जिलाधिकारी का जमकर स्वागत किया। बताते चले कि नवागत जिलाधिकारी एस.राजलिंगम शनिवार की देर रात वाराणसी पहुंचे थे, यहां पहुंचने पर वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और नवागत डीएम ने भी जनपद के अधिकारियों से उनका परिचय जाना। रविवार की सुबह काशी में 66 वें जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार सभांलने के पहले उन्होंने विश्व विख्यात बाबा काशी विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाई और विधिवत दर्शन पूजन किया, फिर कोषागार में कार्यभार ग्रहण किया। बता दें कि 2009 के आईएएस अधिकारी एस. राजलिंगम मूल रूप से तमिलनाडु के तिरुनेलवेली , तेनकाशी जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। राजलिंगम पहले बांदा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, औरैया व कुशीनगर में जिलाधिकारी, लखनऊ में विशेष सचिव दुग्ध विकास विभाग में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। नवागत जिलाधिकारी के कार्यभार ग्रहण करते ही सबसे पहले उनके कंधे पर काशी में मनाई जाने वाली लख्खा भव्य देव दीपावली की बड़ी जिम्मेदारी निभाने की चुनौती होगी। कोषागार में कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं में बताया कि स्वास्थ्य, शिक्षा और कुपोषण के क्षेत्र में कार्य करना उनकी प्राथमिकता में रहेगा। इसके अलावा जनपद में विकास कार्यों को और प्रभावी ढंग से लागू करना भी उनकी जिम्मेदारी है। बता दें कि वाराणसी के पूर्व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को शासन की तरफ से वाराणसी मंडल का मंडलायुक्त नियुक्त किया गया था, जिसके बाद वाराणसी के जिलाधिकारी का पद रिक्त था और इसका अतरिक्त कार्यभार कमिश्नर कौशलराज शर्मा के पास ही था। गौरतलब है कि हर वर्ष की तरह इस बार भी वाराणसी में देव दीपावली का भव्य आयोजन हो रहा है। इस महोत्सव पर वाराणसी में आये बड़ी संख्या में पर्यटकों, अति विशिष्ट अतिथियों, जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को देखते हुए पूरी निष्ठा के साथ एनडीआरएफ के जवान वाराणसी के सभी मुख्य घाटों पर मुस्तैद रहेंगे। एनडीआरएफ की 5 टीमें को इस बार काशी के प्रमुख घाटों जैसे नमो घाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, पंचगंगा घाट, केदार घाट, राजघाट पर गंगा तट पर तैनात किया जाएगा।
इसके अलावा एनडीआरएफ की मेडिकल टीम “वाटर एम्बुलेंस” के साथ विभिन्न घाटों पर उपस्थित रहेगी और श्रद्धालुओं के निःशुल्क उपचार देगी। एनडीआरएफ की 5 टीमें जिसमें 26 नावों और लगभग 100 से अधिक बचावकर्मियों के साथ वाराणसी के प्रमुख घाटों पर तैनात रहेंगी। इन प्रत्येक टीमों में गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य आधुनिक बचाव उपकरणों के साथ देव दीपावली के कार्यक्रम के दौरान घाटों पर मुस्तैद रहेंगे। देव दीपावली के इस अद्भुत नज़ारे को देखने के लिए देश-विदेश से लाखों लोग घाटों पर उपस्थित होते हैं और अत्यधिक भीड़ के चलते दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है। ऐसी किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए एनडीआरएफ के प्रशिक्षित बचावकर्मी उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर मनोज कुमार शर्मा, कमान्डेंट 11 एनडीआरएफ ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किये हैं कि वे सावधानी बरतते हुए दीप दान करें। पूरे हर्षोउल्लास से महोत्सव को मनाएं और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। एनडीआरएफ पूरी श्रद्धा के साथ इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए व किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए आपकी सुरक्षा में तैनात रहेगी।