सम्मेत शिखरजी जैनत्व का सर्वाच्च शिखर, संरक्षण के लिए करेंगें संघर्ष बोहरा
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सम्मेत शिखरजी जैनत्व का सर्वाच्च शिखर, संरक्षण के लिए करेंगें संघर्ष बोहरा
200 से अधिक महिला-पुरूषों ने रखा उपवास, सौपा ज्ञापन
सम्मेतशिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने पर काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
राजस्थान से AINभारतNEWS से अशरफ मारोठी की खास खबर
बाड़मेर
जैन धर्म की आस्था का केन्द्र विश्व विख्यात व पवित्र तीर्थ स्थल श्री सम्मेत शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरोध में देश ही बल्कि दुनियाभर में जबरदस्त आक्रोश व रोष व्याप्त है, सम्पूर्ण जैन समाज लगातार विरोध दर्ज करवा रहा है । जिस कड़ी में सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जैन साधर्मिक वर्षीतप समिति बाड़मेर के बैनरतले एक दिवसीय सांकेतिक सामूहिक उपवास व धरना रखकर जैन समाज के गणमान्य नगारिकों की उपस्थिति में जिला प्रशासन को माननीया राष्ट्रपति महोदया व माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र छाजेड़ फौजी ने बताया कि जैन समाज के पावन व आस्था के केन्द्र तीर्थ श्री सम्मेत शिखरजी को झारखण्ड सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के दिये गये आदेश से सम्पूर्ण जैन समाज की भावनाएं आहत हुई है । जिसके विरोध में सोमवार को बाड़मेर जैन समाज के 200 से अधिक महिला-पुरूषों ने उपवास रखकर अपना रोष जाहिर किया जिला कलेक्ट्रेट, बाड़मेर के बाहर धरना देकर जिला प्रशासन को माननीया राष्ट्रपति महोदया व माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें *700 से अधिक समाज के गणमान्य नगारिक, माताएं-बहिनें व बच्चे शामिल रहे सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने धरना स्थल पर बैठे जैन समाज के बन्धुओं व माताओं-बहिनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्री सम्मेत शिखरजी जैनत्व का सर्वोच्च शिखर है जिसके साथ किसी प्रकार के छेडछाड़ जैन समाज को कतई मंजूर नही है, जिसको लेकर हमारा संघर्ष लगातार जारी है । जब दोनों सराकारें अपना निर्णय वापिस नही लेती है । अमन ने कहा कि *अहिंसा का पुजारी जैन समाज राज्य व केन्द्र सरकार के जैन धर्म विरूद्व लिए गए निर्णय से इन दिनों समाज सड़को पर संघर्ष कर रहा है, हमारी सरकार से मांग है कि वे जैन समाज की भावनाओं को समझे और श्री सम्मेत शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र बनाने का निर्णय वापस ले गौतम संखलेचा ने बताया कि समिति के माध्यम से जैन समाज के प्रतिनिधि मण्डल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर माननीया राष्ट्रपति महोदया व माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा । इस ज्ञापन के दौरान व धरना स्थल पर जैन श्रीसंघ बाड़मेर अध्यक्ष प्रकाशचंद वडेरा, खरतरगच्छ जैन श्रीसंघ बाड़मेर सचिव रमेश पारख, अचलगच्छ जैन श्रीसंघ सचिव दिनेश बोहरा, चिन्तामणदास कोटड़िया, नाकोड़ा तीर्थ ट्रस्टी कैलाश मेहता, छगन बोथरा, हंसराज कोटड़िया, समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र छाजेड़ फौजी, प्रवीण सेठिया, गौतम संखलेचा, पार्षद मनोज पारख, पार्षद महावीर बोहरा, पार्षद सोहनलाल सिंघवी, पार्षद दिनेश भंसाली, पार्षद रमेश जैन, कैलाश कोटडिया, एडवोकेट मुकेश जैन व सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा ‘अमन’, जोगेन्द्र वडेरा, गौतम बोथरा, वीरचन्द भंसाली, एउवोकेट नरेश छाजेड़, भूरचन्द बोहरा, नगर परिषद पूर्व सभापति उषा जैन, जमना बोहरा, प्रीति संखलेचा उपस्थित रहे । और जिला प्रशासन को जैन समाज की भावनाओं व विरोध से अवगत करवाया। एक दिवसीय सांकेतिक सामूहिक उपवास व धरने में बड़ी तादाद में जैन समाज के गणमान्य नागरिक, माताएं, बहिनें, युवा साथी सहित बच्चे शामिल रहे।