बारा में पानी सप्लाई करने में प्रशासन ने मान ली अपनी हार।
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बारा में पानी सप्लाई करने में प्रशासन ने मान ली अपनी हार।
संवाददाता संजीत कुमार AiN भारत न्यूज की खास रिपोर्ट लालापुर प्रयागराज
बारा- प्रयागराज। बारा खास में जलआपूर्ति सुचारू रूप से उपलब्ध करवाने के लिए शासन द्वारा ग्राम पंचायत पांडर के मजरा कोटवारन का पुरवा में ट्यूबवेल बनवाया गया था। इतना ही नहीं, बारा तहसील मुख्यालय परिसर में ही पानी की टंकी बनवाई गई।अब स्थिति यह है कि कोटवारन के पुरवा से बारा की दूरी लगभग 4-5 किमी पड़ती है।यही वजह है कि दूरी अधिक होने के कारण पाइपलाइन आये दिन क्षतिग्रस्त रहती है।बारा खास के ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या काफी समय से बनी हुई है लेकिन किसी जलनिगम के अधिकारी व कर्मचारी ने इसे ठीक कराने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया।जबकि सभीको कई बार बताया गया है।कितने दिन से लोगों ने अपने घरों में नल का जल देखा ही नहीं। वहीं शंकरगढ़ में पानी की सप्लाई तीसरे दिन की जाती है जिससे पानी की समस्या सदा बनी रहती है।रामसागर तालाब में तीन नलकूप लगे हैं और उसी तालाब में पूरे बाजार का गंदा पानी गिराया जाता है, इस वजह से पानी की सप्लाई में प्रदूषित पानी शामिल रहता है।हिनौती पाण्डेय में अक्सर पानी का संकट बना रहता है, बगिया वाले कुआँ से पूरे गाँव की प्यास बुझती है।गाढ़ा कटरा,गोंद,हडही, गढ़वा,भैंसहाई,तालापार,जनवा,टकटई,मिश्रापुरवा, जोरवट,बसहरा,टंडनवन, लखनपुर, शिवराजपुर,बेनीपुर आदि गांवों में पेयजल का संकट है।लालापुर में समर्सिबल और ट्यूबवेल आदि में तो खारा पानी निकलता है जो कि पीने लायक नहीं रहता।स्थानीय लोगों ने बताया कि यहाँ पीने का पानी लगभग दो किमी दूर से लाया जाता है।इस भीषण ठंड में महिलाएं, बच्चे और नौजवानों द्वारा सुबह से ही दो किमी दूर पानी की तलाश में निकलना पड़ता है।इस बारे में विधायक बारा डॉ वाचस्पति जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है, चीफ इंजीनियर से समस्या के निराकरण के लिए कहा है, जल्द ही कोई व्यवस्था की जायेगी।