वायरल वसूली लिस्ट की जांच मिली डीसीपी काशी को।

वायरल वसूली लिस्ट की जांच मिली डीसीपी काशी को।
लिस्ट में दर्ज लोगो को बताया जा रहा है अपराधी
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने लिया मामले का संज्ञान
सूत्रों के अनुसार एक तथाकथित पत्रकार व एक हिस्ट्रीशीटर की बताई जा रही है साजिश
वाराणसी।अधिकार सेना के संयोजक व पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर के द्वारा सोशल पर एक वसूली की सूची वायरल करने के साथ ही कार्यवाही की मांग की गई है। जिसमे वाराणसी के चौक थाने के पियरी चौकी की एक कथित वसूली लिस्ट के संबंध में कार्यवाही की मांग की गई है। यह सूची अगस्त 2022 की वसूली की सूची बताई गयी है। सूची में कई लोगों के नाम अंकित है जिन्हें अपराधी बताते हुये प्राप्त धनराशि को भी अंकित किया गया है। अधिकार सेना द्वारा इस मामले में उच्चस्तरीय निष्पक्ष जाँच की मांग की गयी है, जिसे पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने ट्वीट कर बताया कि उनके द्वारा मामले का तत्काल संज्ञान लिया गया है और प्रकरण की जाँच डीसीपी काशी को दी गयी है। पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि जाँच से पाए तथ्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
वही इस वसूली लिस्ट के वायरल होने के बाद शहर में तरह तरह की बाते हवाओ में तैर रही है। इसी बीच सूत्रों का कहना है कि यह फर्जी लिस्ट बनाने वाले शहर के आदमपुर थाना क्षेत्र का एक तथाकथित पत्रकार है जिसने सिगरा थाने के एक हिस्ट्रीशीटर के घर मे उक्त अपराधी की संरक्षण प्रदान करने की नीयत से अपनी पत्रकारिता का दुकान खोल रखा है और जिसके द्वारा शहर के नई सड़क व दालमंडी के बिल्डरों से अवैध वसूली भी की जाती है इसी के मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के निवासी एक गुर्गा जिसका संबंध पूर्व से ही अमिताभ ठाकुर से रहा है और जिसके द्वारा अधिकार सेना का अपने को पदाधिकारी भी बताया जाता है के माध्यम से यह फर्जी लिस्ट साजिश के तहत बनाकर अधिकार सेना के प्रमुख को दिया गया और कार्यवाही कराने की बात कही गई।
फिलहाल यह जांच का विषय है कि क्या सही है और क्या गलत अब तो यह डीसीपी काशी की जांच से ही इस मामले का निस्तारण संभव है।।।