बिजली बिभाग के अधिकारियों व कर्मचारियो ने मुगलसराय के अधिकांश व्यापारियों सम्मानित जनता को बिजली चोर साबित किया.
बिजली बिभाग के अधिकारियों व कर्मचारियो ने मुगलसराय के अधिकांश व्यापारियों सम्मानित जनता को बिजली चोर साबित किया…..
डीडीयू नगर… मुगलसराय के बिजली विभाग अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा वर्तमान समय में पूरे क्षेत्र में आतंक व्याप्त है। बिजली बकाया वसूली के चक्कर में अवैध पैशो की वसूली कि जा रही है अवैध पैसा न देने पर बिजली चोरी में सभी सम्मानित व्यापारियों , सम्मानित जनता को अपने फाइल पर बिजली चोर साबित किया जा रहा है। दादा के नाम से मीटर है दादा की कई वर्षों पहले मृत्यु हो चुकी है। कनेक्सन काटने का प्रार्थना पत्र देने व मौखिक रूप से कहने के बावजूद कनेक्शन बिजली विभाग ने काटा नहीं , बिजली विभाग का कर्मचारी हर महीने हर घर में मीटर रीडिंग करने जाता है। बिजली का बिल बनाता है उसकी जिम्मेदारी है कि जिसकी मृत्यु हो चुकी है उसका कनेक्शन काट के उनके परिवार में जो जीवित है उनके नाम से कनेक्शन दिया जाए। अपनी गलती छिपाने के लिए पोता , परपोता , छोटे छोटे बच्चो को बिजली चोरी में मुलजिम बनाया गया है। अवैध पैसे की वसूली भी की जा रही है। थाने में बंद कराने की धमकी भी दी जा रही है। एक प्राइवेट कर्मचारी ऐसा है जो अक्सर दारू पीके फुल रहता है और वह महिलाओं का ही घर चुनता है और उनके साथ अभद्र व्यवहार करता है कई बार वह महिलाओं से गालीयो , हाथ से पीटा भी जा चुका है। कई लोगो ने माननीय उच्चन्यायलय इलाहाबाद हाईकोर्ट से अपने पक्ष आदेश भी लाया है। लेकिन अधिकारियों कर्मचारियों का कहना है की हाईकोर्ट के आदेश को हम नहीं मानेंगे आपको जो करना है जहां से आदेश लाना है आप ला सकते हैं। मेरा जो काम है हम करेंगे मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है क्यों की हम लोगो की भी पहुंच बहुत ऊपर तक है। नए बिजली मीटर में कई प्रकार के फाल्ट आ रहे है लेकिन बिजली विभाग उसको ठीक नहीं कर रहा है उल्टा कंजूमर को ही दोस दे रहे हैं कि आप मीटर में छेड़छाड़ किए होंगे। किसी का रू 10000 का बिजली का बिल बकाया है तो रु 1 लाख का बिल भेजा जा रहा है। किसी का एक लाख का बकाया है तो रु 10 लाख का बिजली का बिल भेजा जा रहा है। उल्टा पुल्टा गलत बिजली का बिल भेजा जा रहा है। बिल में कोई संशोधन नहीं किया जा रहा हैं। सभी लोग अपना काम धंधा छोड़कर बिजली विभाग का चक्कर लगाते लगाते पागल सा हो जा रहे हैं। अधिकारी बोल रहे हैं उनके पास जाइए वह बोल रहा है उनके पास जाइए वो बोल रहा है उनके पास जाइए , जितने का बिल आया उतना पैसा देना होगा नहीं तो जेल जाना होगा।
इस मैटर में कोई भी जनप्रतिनिधि सामने नहीं आ रहा है जनता बेबस है परेशान है लाचार है आखिर जनता करे तो क्या करें किस जनप्रतिन के पास जाए की समस्या का समाधान हो सके , जनपद के सभी तेजतर्रार , कर्मठ , झुझारू , विकाश पुरुष , लोकप्रिय जनप्रतिनिधि अपने अपने काम में व्यस्त व मस्त है जनता त्रस्त है…..?
इस संबंध में सामाजिक एवं सांस्कृतिक सुर सरिता संस्था के सचिव भजन गायक अशोक सिद्धार्थ केसरवानी ने सभी जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस तरफ आकर्षित कराते हुए कहा है कि जो बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारी दोषी हैं उनके खिलाफ जांच करा कर उनके खिलाफ भी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा कर , जेल भेज कर , कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि जनता को न्याय मिल सके। उपरोक्त संबंध में जल्द ही एक प्रतिनिधि मण्डल क्षेत्रीय विधायक श्री रमेश जायसवाल जी से मिलकर पत्रक देगा और समस्याओं से अवगत कराएगा।
