नौ दिवसीय श्री राम कथा का तीसरे दिन: कथावाचक बोले-राम कथा हमें एकता के सूत्र में बांधती है
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नौ दिवसीय श्री राम कथा का तीसरे दिन: कथावाचक बोले-राम कथा हमें एकता के सूत्र में बांधती है
AiN भारत न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट प्रयागराज
प्रयागराज। के सैनिक कालोनी नेहरू पार्क में नौ दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन किया जा गया है। कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को मां अन्नपूर्णा माता जी ने कथा के माध्यम से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम के जीवन और उनके चरित्र की शिक्षा दी। इस अवसर पर अखिल भारतीय भगवान परशुराम एकता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित ओमप्रकाश गौतम,ने रामचरित मानस का पूजन अर्चन किया और मां अन्नपूर्णा माता जी कथावाचक का सम्मान किया। कथा में रावण का जन्म, श्रीराम के अवतार की कथा, और पुष्प वाटिका प्रसंग का वर्णन किया गया।कथावाचक मां अन्नपूर्णा माता जी ने विस्तार से बताया कि भगवान श्रीराम शिव के आराध्य देव हैं और उनके नाम के उच्चारण से भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उन्होंने त्रेतायुग में भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम को आदर्श मानव का स्वरूप बताया और कहा कि श्रीराम ने मानव जीवन को ऊंचाई पर पहुंचाने में सक्षम प्रमाणिकता प्रस्तुत की है। मां अन्नपूर्णा माता जी ने कहा कि श्रीराम कथा सुनने से मन की सारी कुरीतियां जैसे राग, द्वेष, ईर्ष्या और भेदभाव समाप्त हो जाते हैं। कथा के माध्यम से मन को शांति मिलती है। और हिंसक भावनाओं पर नियंत्रण होता है। राम नाम की महिमा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि पापी भी राम का नाम लेकर सद्गति प्राप्त कर सकता है और जिस पर प्रभु की कृपा होती है, वही कथा में शामिल होता है। उन्होंने श्रीराम कथा को जीवन में उतारने और मन व ध्यान की एकाग्रता से कार्यों में सफलता प्राप्त करने पर जोर दिया। कथा के इस अवसर अखिल भारतीय भगवान परशुराम एकता समिति पंडित ओमप्रकाश गौतम, नारेंद कुमार द्विवेदी, पंडित बीवी शुक्ला, पंडित राकेश तिवारी, और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।