ठंड में बेजुबानों के प्रति लापरवाह बने अधिकारी।
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ठंड में बेजुबानों के प्रति लापरवाह बने अधिकारी।
बारा।सूबे की सरकार के निर्देश पर करोड़ो रूपये की लागत से निर्मित कराये गए गौशाले स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता की भेंट चढ़ गए हैं। क्योंकि अधिकांश गौशाले केवल कागजों तक ही सीमित हैं।क्योंकि बेजुबानों को इस ठंडी में खुले आसमान के नीचे रातें काटनी पड़ रही हैं।समूचे यमुनानगर क्षेत्र में सरकार के निर्देश पर गोवंश आश्रय-स्थल बनाये गए हैं। इसके बावजूद प्रयागराज-चित्रकूट हाइवे एवं रीवा-प्रयागराज हाइवे पर पशुओं को सड़कों पर ठंड से ठिठुरते देखा जा सकता है।साथ ही वाहन से टक्कर लगने से कुछ पशु हादसे का शिकार बन जाते हैं, वहीं कुछ वाहन सवार अँधेरी रात में इन जानवरों से भी टकरा कर अपनी जान गंवा देते हैं।इतना ही नहीं, यही आवारा पशु किसानों द्वारा मेहनत कर उगाई जा रही फसलों को भी नुकसान पहुंचाते हैं।स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों से इन बेजुबानों को ठंड से आश्रय स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था कराते हुए किसानों के हित में कार्य करने की माँग क्षेत्रीय लोगों द्वारा की गई है।
संजीत कुमार संवादाता AiN भारत न्यूज की खास रिपोर्ट लालापुर प्रयागराज